Highlights
- पीएम मोदी से इस्लामिक देशों की दोस्ती
- पहली बार बना इस्लामिक देश में हिन्दू मंदिर
- पीएम मोदी को सऊदी अरब ने दिया ‘सर्वोच्च नागरिक सम्मान’
- इस्लामिक राष्ट्र में लहराया ‘तिरंगा’
- प्रिन्स मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने पीएम मोदी को बनाया अपना ‘ख़ास मित्र’
- अमेरिका ने किया था साल 2002 में पीएम मोदी को ‘बैन’
पीएम मोदी का रूतबा आज सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि दुनिया भर में है। आज पीएम मोदी को बच्चे से लेकर बूढ़े सभी व्यक्ति जानते हैं। पीएम मोदी के काम से लोग इतने प्रभावित हुए की विदेशों में भी उनके नाम का डंका बजता है।अमेरिका की एक रिपोर्ट में पाया गया की पीएम मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। नरेंद्र मोदी साल 2001 से लेकर साल 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नज़र आये थे। जिसके बाद उन्होंने 26 मई साल 2014 के दिन भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में उभर कर सामने आये। साल 2014 में लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने 282 सीटों पर विजयी हासिल की थी। उसके बाद साल 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें 303 सीटें मिली। पीएम मोदी बतौर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्य भी रह चुके हैं।
जब अमेरिका ने लगाया था पीएम मोदी पर बैन
पीएम मोदी ने मई के महीने में ही अपने कार्यकाल के 9 साल पुरे कर लिए। और इन 9 सालों के अंदर पीएम मोदी से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि इस्लामिक देश भी काफी प्रभावित हुए। इस्लामिक देशों से पीएम मोदी को खूब सम्मान मिला है। और इन नौ सालों के अंदर भारत की इस्लामिक देशों के साथ बढ़ती नजदीकियों को कोई नकार नहीं सकता है। जी हाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे बड़े इस्लामिक राष्ट्र सऊदी अरब से सर्वोच्च नागरिक सम्मान का दर्जा भी दिया गया। बता दें की जब साल 2002 में पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उनके खिलाफ ये आरोप लगाया गया था की वो मुस्लिमों के दुश्मन भी हैं। और इस बीच अमेरिका ने पीएम मोदी पर बैन भी लगा दिया था। लेकिन गौर करने वाली बात ये है की उस वक़्त के दौर में और आज के दौर में ज़मीन आसमान का अंतर है। आज पीएम मोदी और अमेरिका के घनिष्ठ सम्बन्ध है और प्रधानमंत्री मोदी को इस्लामिक कंट्री से उच्च दर का सम्मान भी मिलता है।
पहली बार बना इस्लामिक देश में हिन्दू मंदिर
पुरे विश्व में ये फैलीं की कोशिश की गयी थी पीएम मोदी हिंदूवादी नेता हैं। लेकिन वो सभी प्रचार फ़ैल हो गए, जब 34 सालों में ऐसा पहली बार हुआ की एक भारतीय प्रांत का प्रधानमंत्री इस्लामिक देश सऊदी अरब साल 2015 में पहुंचे। इससे पहले सन 1981 में इंदिरा गांधी ने UAE का दौरा किया था। साल 2015 में पीएम मोदी के UAE दौरे के बाद पहली बार इस्लामिक देश सऊदी अरब में हिन्दू मंदिर बनने का एलान किया गया था। जी हाँ बू धाबी के क्राउन प्रिंस ने अबू धाबी की ज़मीन पर एक हिन्दू मंदिर बनाने के लिए 70,000 वर्ग फुट क्षेत्र दिया गया। साथ ही साल 2019 में 20 अप्रैल के दिन यूएई के ज़मीन पर शानदार हिंदू मंदिर का निर्माण किया गया। बता दें की इस वक़्त पीएम मोदी की UAE में जमकर तारीफ़ भी की गयी थी।
पीएम मोदी को सऊदी अरब ने दिया सर्वोच्च नागरिक सम्मान
साल 2016 में जब पीएम मोदी खाड़ी के राज्य दौरे पर थे तब उनका ये दौरा सबसे अहम माना जा रहा था क्योंकि उस वक़्त दोनों देशों के बीच निवेश और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात की जानी थी। और इस दौरान सऊदी अरब ने पीएम मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया। जहां इस पुरस्कार से किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज ने पीएम मोदी को नवाज़ा था। बता दें की इससे पहले ये सम्मान सिर्फ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा, ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को ही दिया गया था।
इस्लामिक राष्ट्र में लहराया भारत का तिरंगा
पीएम मोदी ने जब दोबारा UAE का दौरा साल 2018 में किया था तब संयुक्त अरब अमीरात की मशहूर इमारते जैसे बुर्जखलीफा इत्यादि भारत के राष्ट्र ध्वज तिरंगे के रंग में रेंज हुए थे। हर तरफ पीएम मोदी के स्वागत के लिए जोश को देखा जा सकता था। अबू धाबी के प्रिन्स मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने पीएम मोदी को अपना ख़ास मित्र बनाया था।