कनाडा में एक फिर हिंसा भड़की ! जी हां कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की। 12 अगस्त की रात सबसे पहले उन्होंने मंदिर में तोड़फोड़ कर मंदिर में भारी नुकसान किया। उसके बाद खालिस्तानियों ने मंदिर के बाहर दरवाजे पर खालिस्तान जनमत संग्रह का पोस्टर लगा दिया। खाली साड़ियों की यह पूरी कर दो मंदिर के पास लगी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पोस्टर में लिखा हुआ था की 18 जून के दिन जिसकी हत्या हुई थी उसमें भारत की भूमिका की भी जांच हो रही है। मंदिर के मुख्य दरवाजे पर लगाए गए इस पोस्ट में हरदीप सिंह निज्जर की फोटो भी लगी हुई थी। बता दे की जून के महीने में ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे शहर में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि इस हत्या में भारत का नाम भी शामिल है। लेकिन कनाडा ने यह मानने से इनकार कर दिया कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का भी हाथ है।
कौन था हरदीप सिंह निज्जर ?
गौरतलब ये है की कनाडा में हिन्दू मंदिरों पर निशाना बनाना एक साल के भीतर की तीसरी घटना मानी जा रही है। सबसे पहले 31 जनवरी के दिन ही कनाडा में स्तिथ हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की गयी थी। लेकिन अब आपके बीच ये सवाल उठ रहा होगा आखिरकार ये हरदीप सिंह निज्जर है कौन जिसकी वजह से देर रात हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुई ? हरदीप सिंह गुज्जर कनाडा के गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब का प्रमुख था। यही नहीं बल्कि गुरुद्वारा प्रमुख होने के साथ-साथ वो खालिस्तानी अलगाववादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स का भी प्रमुख था। जिसकी 18 जून के दिन दो अज्ञात लोगों ने गुरुद्वारा परिसर में ही हत्या कर दी थी। वह एक मात्र ऐसा व्यक्ति था जो कनाडा में भारत विरोधी नारें लगता था। हरदीप की हत्या के बाद उसके साथियों ने भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया।