क्यों कर रहा हमास इजराइल पर हमला? जानिए अटैक करने की असल वजह - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

क्यों कर रहा हमास इजराइल पर हमला? जानिए अटैक करने की असल वजह

इस वक्त हमास और इजराइल के बीच जंग छिड़ी हुई है जहां हमास ने 7 अक्टूबर के दिन इजरायल के ऊपर 5000 रॉकेट के जरिए हमला किया। यह हमला इतना भयावह था कि इसके कारण कई फ्लाइट्स को रद्द किए गए और 300 लोगों की मौत हो गई। हम आपके मिसाइल और जमीनी हमले के चलते घायलों का आंकड़ा 1500 के पार जा चुका है जबकि गाजा में इजराइल के हमले में जान गंवाने वाले फलस्तीनियो की संख्या अब 232 हो चुकी है और वहां 1700 लोग घायल भी हुए। अब आप सोच रहे होंगे की आख़िरकार हमास इजराइल पर हमला कर क्यों रहा है ? और इसके पीछे की वजह क्या है ? तो परेशान मत होइए, आज हम आपके सभी प्रश्नो का उत्तर देदेंगें।

क्यों कर रहा हमास इजराइल पर हमला?

दरअसल हमास एक संगठन है, जिसकी स्थापना 1980 के दशक में हुई थी यह एक फलस्तीनी चरमपंथी का संगठन और एक राजनीतिक पार्टी है साल 1987 में हमास ने अपनी ताकत का परिचय कराया था जब उसने इजराइल के खिलाफ फलस्तीन लोगों की आवाज बुलंद करने के लिए पहले शुरुआत की थी आपको बता दे की अरबी में हमास का मतलब है ‘ इस्लामी रेजिस्टेंट मूवमेंट’ की स्थापना शेख अहमद यासीन नहीं की थी जब वह 12 साल की उम्र से व्हीलचेयर पर थे। शेख अहमद यासीन इस चरमपंथी ग्रुप के धार्मिक नेता थे जिनकी मौत साल 2004 में हुए इजराइल हमले में हुई थी जहां 1990 के दशक में से ही हमास ने खुद को एक सैनिक संगठन के तौर पर स्थापित कर दिया था। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार दोनों के बीच की दुश्मनी क्या है तो आपको बता दे की 1948 में इजरायल के साथ बनने वाले अरब मुल्कों में कई ज्यादा नाराजगी बड़ी थी जिसमें जॉर्डन मित्र सीरियस सभी अरब मुल्क फिलिस्तीन सत्ता में हिस्सेदारी थे फिर 1964 में इजराइल का मुकाबला करने के लिए फलस्तीन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन का गठन हुआ था। वही अराफात 1980 और 1990 के दशक में ब्लू के सबसे लोकप्रिय नेता थे उनकी पार्टी का नाम पता पार्टी था जिससे 1996 में गाजर वेस्ट बैंक में हुए चुनाव में भारी जीत हासिल की थी। इस विवाद के असल वजह अल अक्सा मस्जिद कंपाउंड है। हम आपके मिलिट्री कमांडर मोहम्मद दीप ने ऑपरेशन अलग से स्ट्रांग का एक ऐलान किया था यह एक नया ऑपरेशन है जिसका मकसद संवेदनशील माने जाने वाले अलग सा कंपाउंड को आजाद करना है अलेक्सा मस्जिद यरुथलम शहर में ही मौजूद है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nine + 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।