देहरादून : राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए पृथ्वी का संरक्षण आवश्यक है। इसके लिए हम सभी को दृढ़ संकल्पबद्ध होकर एकजुटता से कोशिश करनी होगी। विश्व पृथ्वी दिवस पर जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने पर्यावरण व जैव विविधता के संरक्षण के लिए योगदान करने का आह्वान किया है। राज्यपाल ने कहा कि 22 अप्रैल 1970 को विश्व पृथ्वी दिवस की शुरूआत की गई थी। इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस का विषय प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने में योगदान करें। प्लास्टिक प्रदूषण से हमारे वनों, भूमि, नदियों, सागरों को गम्भीर नुकसान हो रहा है। इसका कुप्रभाव मानव जीवन पर भी दिखने लगा है। धरती जो कि हम सभी को धारण करती है, को भारतीय संस्कृति में ‘मां’ कहा गया है।
अगर हमें धरती को अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना है तोे दृढ़ संकल्पित होकर अपने दिन-प्रतिदिन के व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा। अपने कार्बन फुटप्रिन्ट को कम करें, प्लास्टिक को ना कहें, कागज का कम से कम उपयोग करें, पेड़ लगाएं, सीएफएल या एलईडी बल्ब का प्रयेाग करें, जल व ऊर्जा की बचत करें व यथासम्भव रियूज या रिसाईकिल किए जा सकने वाली वस्तुओं को प्रयोग करें। इन कुछ सामान्य बातों का पालन करके सामान्य व्यक्ति भी पृथ्वी के संरक्षण में बड़ा योगदान कर सकता है।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए यहाँ क्लिक करें।
– सुनील तलवाड़