उत्तर प्रदेश और बिहार में आकाशीय बिजली (Celestial lightning) की चपेट में आने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को दुख व्यक्त करते हुए दोनों राज्यों की सरकारों से बारिश और वज्रपात से पीड़ित परिवारों की मदद करने की मांग की है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, यूपी व बिहार राज्य में अति-वृष्टि, ओलावृष्टि व आकाशीय बिजली गिरने से फसल व सम्पत्ति आदि की व्यापक हानि के साथ-साथ अनेक लोगों की हुई मौत अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवारों को यथाशीघ्र समुचित अनुग्रह राशि देकर उनकी समय से मदद करे, यह बीएसपी की मांग है।
यूपी व बिहार राज्य में अति-वृष्टि, ओलावृष्टि व आकाशीय बिजली गिरने से फसल व सम्पत्ति आदि की व्यापक हानि के साथ-साथ अनेक लोगों की हुई मौत अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवारों को यथाशीघ्र समुचित अनुग्रह राशि देकर उनकी समय से मदद करे, यह बीएसपी की माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) June 26, 2020
बिहार के 23 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोग झुलस गए हैं। आकाशीय बिजली गिरने से मानवीय क्षति हुई है। इस हादसे में सबसे ज्यादा मौत गोपालगंज जिले में हुई हैं जहां कुल 13 लोगों की मौत हुई है। हादसे में जान गंवाने वाले 83 लोगों के परिजनों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुआवजे के तोर पर 4 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश में भी आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है। बाराबंकी में आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की जान चली गई है जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। वहीं देवरिया में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की जान चली गई है और करीब आधा दर्जन लोग झुलस गए हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने बिहार के लिए 72 घंटे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से जारी इस अलर्ट में पूरे राज्य में अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस बीच दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बुधवार को मॉनसून ने दस्तक दे दी।