पटना : कोरोना महामारी के चलते देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा हुआ है। इसका सीधा असर लोगों की आमदनी और कारोबार पर पड़ा है। ऐसे में लोगों को लोन चुकाने में काफी दिक्कत हो रही है। रिजर्व बैंक ने ऋणधारकों के लिए राहत की घोषणा की है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि सभी टर्म लोन पर 3 महीने का मोरोटोरियंम होगा। आरबीआई के इस फैसले पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरबीआई के इस फैसले से किसान व कारोबारी वर्ग को बड़ी राहत मिली है।
उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा, लॉकडाउन के मद्देनजर मार्च से मई तक के तीन महीने के लिए होम,कृषि, ऑटो या अन्य पर्सनल लोन यानी हर तरह के टर्म लोन की मासिक किस्त के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड के बकाया चुकाने से आरबीआई द्वारा दी गई छूट के निर्देश से वेतनभोगी वर्ग, किसान व कारोबारी वर्ग को बड़ी राहत मिली है।
बिहार में कृषि क्षेत्र में वर्ष 2019-20 के 31 दिसंबर तक केसीसी के तहत 16 लाख किसानों को 13,339 करोड़ व अन्य कृषकों को 28,764 करोड़ यानी कुल 42,103 करोड़ के ऋण दिए गए है, ऐसे सभी ऋणियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। आरबीआई की पहल से व्यावसायिक, ग्रामीण व सहाकारी बैंकों के साथ अन्य वित्तीय संस्थानों के कर्जदार भी राहत महसूस करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कारोबार चलाते रहने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग व सेवा क्षेत्रों को देय वर्किंग कैपिटल पर ब्याज को भी तीन महीनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग व सेवा क्षेत्र के़ 8 लाख लोगों को 17,898 करोड का ऋण दिया गया है जिन्हें इसका लाभ मिलेगा। मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए आरबीआई ने ब्याज दरों में भी भारी कटौती का निर्णय लिया है। आरबीआई की घोषित ब्याज दरों के अनुरूप एसबीआई ने 0.75 प्रतिशत की कटौती का एलान कर दिया है। उम्मीद है कि अन्य बैंक भी अपनी-अपनी ब्याज दरों में शीघ्र ही कटौती की घोषणा करेंगे।