बिहार के पटना जिले के मोकामा क्षेत्र से बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पटना के बेऊर जेल में रविवार की रात बेचैनी भरी रही। हालांकि इस जेल में उन्हें पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव और राजद के पूर्व सांसद विजय कृष्ण जैसे नेता भी मिल गए हैं। इन तीनों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धुर विरोधी माना जाता है। पटना पुलिस ने रविवार को अनंत को बाढ़ अदालत में पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
बेऊर जेल में कैदी नंबर 13617 बने ‘छोटे सरकार’ अनंत को डिवीजन वॉर्ड में रखा गया है। जेल सूत्रों का कहना है कि विधायक की डिविजनल वार्ड में पहली रात बेचैनी में कटी। वह गर्मी व मच्छरों से परेशान रहे। रात में उन्होंने दाल, रोटी और भिंडी की भुजिया खाई।उल्लेखनीय है कि अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां में उनके आवास पर पुलिस ने 16 अगस्त को छापेमारी कर एक एके-47 और हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे। इसके बाद बाहुबली विधायक फरार हो गए।
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उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। पटना पुलिस वहां से उन्हें रविवार को पटना लाई तथा बाढ़ की अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश के अनुसार अनंत सिंह को न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया। पटना पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
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इधर, बेऊर जेल के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अनंत सिंह को बेऊर जेल में चौकी, बिछावन तथा कुर्सी व टेबल दिए गए हैं। वहां उनके साथ दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव तथा राजद के पूर्व सांसद विजय कृष्ण भी कैद हैं। सूत्रों का दावा है कि अनंत का दोनों नेताओं ने जेल वार्ड में स्वागत किया था। सूत्रों के मुताबिक, खाना खाने के बाद अनंत सिंह रातभर बेचैनी में करवटें बदलते रहे। वह रातभर गर्मी व मच्छरों से परेशान रहे।
सूत्रों का कहना है कि विधायक ने जेल प्रशासन से मच्छर भगाने वाली टिकिया की मांग की थी परंतु यह उपलब्ध नहीं हो सका। विधायक सोमवार की सुबह जल्दी उठे और चाय की मांग की। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2015 में भी अनंत एक मामले में बेऊर जेल में बंद रहे थे।