शुक्रवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम शुरू हो गया है। उत्तराखंड सरकार की मदद से इस लाइन को 125 किलोमीटर लम्बा कर दिया गया है। जिससे चार धाम यात्रा करने में श्रद्धालुओं को आसानी हो।
वर्ष 2020-21 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा, ‘‘ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन 125 किलोमीटर की है जो चार धाम को जोड़ेगी”। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिये उत्तराखंड सरकार ने शत-प्रतिशत जमीन हमें उपलब्ध कराई है, समस्त वन मंजूरी मिल गयी है और इस परियोजना पर काम शुरू हो गया है।
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पियूष गोयल ने कहा कि यह परियोजना पूरा होने पर श्रद्धालुओं के लिये चार धाम की यात्रा आसान हो सकेगी। उन्होंने कहा कि परियोजना के संबंध में अभी 105 किलोमीटर पर काम चल रहा है। इसमें 17 सुरंगे हैं और 17 बड़े पुल भी हैं। यह परियोजना राज्य सरकार के सहयोग का उदाहरण है। रेल मंत्री ने कहा कि राज्य यदि परियोजनाओं के लिये जमीन अधिग्रहीत कर सौंपेंगे,वन मंजूरी देंगे तो रेलवे इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और बीजद के अनुभव मोहंती सहित कई सदस्यों ने रेल परियोजनाओं के लंबित होने के विषय को उठाया था। गोयल ने कहा, ‘‘रेलवे लाइन के लिये जमीन चाहिए। जमीन राज्य सरकार देती है। अगर जमीन नहीं होगी तब हवा में रेलवे लाइन नहीं बनेगी।’’