चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला द्वारा कांग्रेस को समर्थन किए जाने वाले पत्र ने राजनीति के गलियारों में हंगामा मचा दिया। हालांकि बाद में इनेलो ने इसका खंडन करते हुए स्थिति को संभाला लेकिन पहले से ही फजीहत झेल रही इनेलो को इस मुद्दे पर खासी दिक्कत पेश आई।
सोमवार को सुबह करीब 11 बजे जब पोलिंग पूरे जोरों पर थी तो इंडियन नेशनल लोकदल सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के फर्जी पैड पर पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के नाम से एक लेटर वायरल किया गया, जिसमें लिखा गया था कि पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने करनाल के इनेलो कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें। वायरल हो रहे पत्र में पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के नाम से नोटरी ओपी सिहाग द्वारा 20 सितंबर को सत्यापित किया गया है।
इसमें इनेलो पार्टी की तरफ से करनाल जिले की सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की गई हे। इनेलो के राष्ट्रीय सचिव आरएस चौधरी ने कहाकि यह पत्र फर्जी है तथा इनेलो व कार्यकर्ताओं में भ्रम फैलाया जा रहा है। इनेलो के राष्ट्रीय सचिव आरएस चौधरी ने पत्र जारी कर अपनी राय स्पष्ट करते हुए कहा है कि ओम प्रकाश चौटाला की तरफ से कोई भी ऐसा पत्र नहीं जारी किया गया है।
ओम प्रकाश चौटाला के नाम से कोई कोई लेटर पैड ही नहीं है। उन्होंने बताया कि वायरल हो पत्र में जो पता फ्लैट नंबर 17 सेक्टर-3 चंडीगढ दिखाया गया है वह गलत है। यह पत्र संज्ञान में आते ही सोमवार की दोपहर में इनेलो ने इसका खंडन किया है। इनेलो ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की।