पटना : मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में दलित सेना द्वारा आयोजित बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कार्यक्रम में आमंत्रण के लिए आपलोगों को धन्यवाद देता हूॅ। बाबा साहब की जयंती पर मैं उनकी स्मृति को नमन करता हूॅ। अंबेडकर साहब की भूमिका को इस देश में कोई भुला नहीं सकता है।
देश के संचालन के लिए जो संविधान है, उसके रचयिता डॉ0 भीमराव अंबेडकर ही थे। संविधान का प्रारुप स्वीकार करने के लिए संविधान सभा में बहस के दौरान हरेक चीजों का जबाव बाबा साहब ने दिया। उसके बाद अंततः संविधान लागू हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान द्वारा सबको बराबरी का हक प्राप्त हुआ। सदियों से हाशिए पर रहने वाले लोगों को आरक्षण के द्वारा विशेष अवसर प्रदान किया गया ताकि मुख्यधारा में वे भी शामिल हो सकें। पिछड़े, अतिपिछड़े, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को जो आरक्षण मिला है, इस व्यवस्था को चाहकर भी कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है। आपलोग इसके लिए निश्चिंत रहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कल लोग कुछ भी बोलते रहते हैं। सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलायी जाती है, अपशब्द बोले जाते हैं। समाज में कटुता, तनाव एवं टकराव का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हम समाज में प्रेम, शांति एवं सद्भाव का वातावरण कायम करना चाहते हैं। हमलोग बोलने में नहीं काम करने में विश्वास करते हैं। हम छात्र जीवन में थे, जब 1967 में देश में 9 राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी। लोहिया जी ने उस दौरान एक बात कही थी जो आज तक मुझे प्रभावित करती है।
लोहिया जी ने कहा था कि जुबान से कम बोलो कुछ ऐसा करो कि तुम्हारा काम बोले। वर्ष 2005 के पहले लोगों की सेवा करने का जिनको मौका मिला था, उस समय ये लोग मेवा पाने में लगे हुए थे और आज सिर्फ जुबान चला रहे हैं। वंचित तबकों को गुमराह करने में लगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वंचित तबके के उत्थान के लिए कई काम किये गये हैं। बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि आपस में एकजुट रहो और शिक्षा पर जोर दो। हमलोगों ने बाबा साहब अंबेडकर के आदर्शों पर चलते हुए वंचित वर्गों को पढ़ने के लिए सहायता उपलब्ध करायी।
2005 में जब हमारी सरकार बनी थी, वर्ष 2005-06 के आंकड़े के अनुसार अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों के छात्रवृत्ति मद में 32 करोड़ 71 लाख रुपए की राशि उपलब्ध करायी जाती थी लेकिन अभी वर्तमान में यह राशि 428 करोड़ रूपये हो गई है। वर्ष 2005-06 में अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण विभाग का बजट 40 करोड़ 48 लाख रुपए का था, जो अब वर्तमान में 1550 करोड़ रुपए का हो गया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महादलितों के लिए जो योजनाएं चलायी जा रही थी,
उसका लाभ अब अनुसूचित जाति/जनजाति के सभी लोगों को मिलेगा। उन विकास योजनाओं का लाभ सभी अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग उठा पाएंगे, चाहे बास भूमि हो, दशरथ मांझी विकास योजना हो। अनुसूचित जाति/जनजाति के टोले में सामुदायिक भवन/वर्क शेड का निर्माण कराया जाएगा, इसके निर्माण के लिए प्रत्येक टोले में 23 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें चहारदीवारी सहित दो कमरा, स्टोर रुम के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
हमलोगों की सरकार बनने के बाद बिहार पहला ऐसा राज्य है, जहॉ कानून बनाकर अनुसूचित जाति/जनजाति को उनकी आबादी के अनुपात में, अति पिछड़े वर्ग को 20 प्रतिशत और महिलाओं को 50 प्रतिशत पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनावों में आरक्षण दिया गया। चौकीदारों एवं दफादारों की पोशाक की राशि पहले प्रतिवर्ष 3000 रुपए थी, जिसे चौकीदार के लिए 7000 एवं दफादार के लिए 8000 रुपए कर दिया गया है। चौकीदार एवं दफादार अगर अपनी सेवानिवृत्ति के एक माह पहले यह आवेदन दे दें कि हम सेवा देने में अक्षम हैं तो उनकी जगह पर उनके आश्रित को नौकरी दी जाएगी।
अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रावास में रहने वाले छात्रों को बी0पी0एल0 दर पर राशन उपलब्ध कराने के बिन्दु पर केन्द्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान जी से विमर्श हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं को जो छात्रवृत्ति मिलती है, उसके अलावा राज्य सरकार कुछ अलग धनराशि की व्यवस्था करेगी ताकि वे पढ़ें और आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्याय के साथ विकास जारी रहेगा।
समाज के हर तबके का विकास, हर इलाके का विकास होगा। जो समाज के हाशिए पर हैं, उनके लिए विशेष प्रयास किए जाते रहेंगे। करप्शन, क्राइम, कम्युनिलिजम से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मैं दलित सेना से अपील करुंगा कि समाज के हर स्तर पर प्रेम, शांति और सद्भाव का माहौल बनाने के लिए सजग रहें। राज्य में कानून का राज है और कायम रहेगा। न हम किसी को फंसाते हैं औ न ही हम किसी को बचाते हैं।
कानून अपना काम करेगा। आप सबलोग हर घर तक यह सही संदेश पहुंचाइये कि आरक्षण को कोई खत्म नहीं कर सकता। लोग पढ़ेंगे तभी आगे बढ़ेंगे और इसी से बाबा अंबेडकर साहब का सपना साकार होगा। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धा अर्पित की। मुख्यमंत्री का स्वागत प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंटकर की गई।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान, उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री श्री उपेंद्र कुशवाहा, बिहार सरकार के मंत्री श्री महेश्वर हजारी, बिहार सरकार के मंत्री श्री पशुपति कुमार पारस, मणिपुर सरकार में मंत्री श्री करण श्याम जी, दलित सेना के अध्यक्ष एवं सांसद श्री रामचंद्र पासवान, सांसद श्री चिराग पासवान, सांसद श्री जनक राम, सांसद जनाब महबूब अली कैसर, सांसद श्री हरि मांझी, विधान पार्षद श्री अशोक चौधरी, विधायक श्री राजू तिवारी, विधायक श्री राजकुमार साह सहित दलित सेना के प्रतिनिधिगण एवं अन्य विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ