पटना : आये दिन देश के साथ बिहार में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। महाजन एवं बैंक का कर्ज नहीं चुकाने के कारण किसान बेटियों की शादी व इवाईयां नहीं खरीद सकते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि जब हमारी सरकार आयेगी तो कॉरपोरेट की तरह कृषि को उद्योग का दर्जा दिया जायेगा।
ये बातें आज भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारद्वाज एवं प्रवक्ता जयप्रकाश चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि देश व प्रदेश के किसान जो कृषि लोन लिये थे किसानों को आज आज लागत मूल्य नहीं मिलने से कर्ज वापस नहीं कर पा रहे हैं।
बिहार में कृषि रोड मैप तैयार किया जो टांय-टांय फिस हो गया है। जबकि चीन ने एक हजार किमी नदियों के पानी बंजर जमीन में पहुंचाया, जहां हरित क्रांति आयी उसी प्रकार बिहार में उद्योग नहीं पानी बहुत है। अगर गंगा का पानी भी कम से कम 500 किमी तक पहुंच जाये तो प्रदेश में हरित क्रांति आ जायेगी।
नेताद्वय ने केन्द्र व राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों का कर्ज माफ हो, आत्महत्या करने वाले किसान परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं मुआवजा दे। बिहार में कृषि के बिना सारा विकास अधूरा है।
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