चंडीगढ़ : एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गुट कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर को हटवाने में लगा हुआ है वहीं अशोक तंवर ने एक कदम आगे चलते हुए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्लानिंग एंड मैनेेजमेंट कमेटी का गठन कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि तंवर ने इस कमेटी की कमान हाल ही में अपनी पार्टी समस्त भारतीय पार्टी का विलय करने वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी सुदेश अग्रवाल को सौंपी है।
तंवर ने इससे भी आगे कदम बढ़ाते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सीएलपी लीडर किरण चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव व आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई सरीखे बड़े नेताओं को कमेटी का सदस्य बनने के लिए निमंत्रण-पत्र भेजा है। उक्त सभी नेता कांग्रेस में अपना-अपना गुट चला रहे हैं। इनमें से कोई मुख्यमंत्री का दावेदार है तो कोई प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करना चाहता है लेकिन तंवर ने सभी को एक ही कतार में खड़ा कर दिया है।
शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में तंवर ने कहा कि विस चुनावों का प्रबंधन करने के लिए कमेटी बनाने को हाईकमान की मंजूरी की जरूरत ही नहीं है। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष के पास सभी प्रकार के अधिकार हैं। कमेटी में दिग्गज नेताओं के भाग लेने के सवाल पर तंवर ने कहा, यह उनकी मर्जी पर निर्भर करता है कि पार्टी द्वारा बनाई गई इस कमेटी में शामिल होकर काम करने को राजी हैं या नहीं। तंवर के साथ ही मौजूद रहे सुदेश अग्रवाल ने कहा कि प्लाङ्क्षनग एंड मैनेजमेंट कमेटी की पहली बैठक 8 जुलाई को नई दिल्ली में होगी।
इसी बैठक में विधानसभा चुनावों के लिए रूपरेखा तैयार होगी। तंवर ने कहा, इस बैठक में चुनाव प्रचार प्रबंधन के साथ-साथ प्रत्याशियों के चयन का फार्मूला भी तय होगा। जल्द ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा चुनाव लडऩे के इच्छुक नेताओं से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। पार्टी अपने स्तर पर भी उम्मीदवारों की पहचान के लिए सर्वे कराएगी।