कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को वादा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो उनकी कांग्रेस पार्टी संसद में महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने का प्रयास करेगी और महिलाओें के उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई जायेगी।
ओडिशा के कोरापुट जिले के जयपुर कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने महिलाओं के साथ बातचीत में कहा, ”महिलाओं के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने की त्वरित आवश्यकता है। कांग्रेस इसे सुनिश्चित करने की इच्छुक है।”
महिलाओं की आजादी में आ रही बाधाओं को खत्म करना होगा : राहुल
पंचायतों में महिलाओं के लिए आरक्षण होने से उन्हें पर्याप्त लाभ मिलने की बात की चर्चा करते हुये कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि ओडिशा जैसे राज्यों में महिला मंत्रियों की संख्या बहुत कम बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बोलते हुये कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो हमारा दृष्टिकोण महिलाओं के प्रति होने वाले उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला होगा।”
ओडिशा का उल्लेख करते हुये कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर कांग्रेस राज्य में सत्ता में आती है, तो चाहे वह इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो या चिकित्सा अथवा कोई और, सभी महिलाओं को नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी। राहुल गांधी ने कहा, ”सभी महिलाएं, विशेषकर आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदाय से संबंधित महिलाओं को नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी ताकि वास्तव में उनका सशक्तिकरण हो सके।”
राहुल ने गत वर्ष उत्तर प्रदेश में एक भाजपा विधायक के महिला के साथ कथित बलात्कार का उल्लेख करते हुये कहा कि यह बहुत ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है कि प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर मौन ही बनाए रखा। उन्होंने कहा,‘‘महिलाओं के साथ बलात्कार और उत्पीड़न जैसे मामलों में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को अपना नजरिया स्पष्ट रखना चाहिये।’’