संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है। किसानों के इस मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस ने सतर्क होते हुए अपना रूख साफ कर दिया। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि हम कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं… हम उनके साथ (किसानों के साथ) एक समझौते पर काम करेंगे। लेकिन किसी भी सूरत में कानून-व्यवस्था को खराब नहीं होने दिया जाएगा। लोकतांत्रिक विरोध पर कोई आपत्ति नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा, किसान आंदोलन लंबे समय से चल रहा है। मेरे दिल्ली पुलिस में शामिल होने से पहले, विशेष रूप से गणतंत्र दिवस की घटना पर 7 मामले दर्ज किए गए थे और कुछ बाद में दर्ज किए गए थे। हमने उन मामलों की जांच की है, उन्हें चार्जशीट किया गया है।
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पुलिस कमिश्नर ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे पास छह डीसीपी, आठ एसीपी और नौ एसएचओ हैं जो महिलाएं हैं – उन्हें उन क्षेत्रों में रखा गया है जहां महिलाओं से संबंधित समस्याओं की आशंका है।
बता दें कि इससे पहले बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि 29 नवंबर को शीत सत्र के पहले दिन 1000 लोग 60 ट्रैक्टर लेकर संसद की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा, ‘जो सड़के सरकार द्वारा खोली गई हैं। उन सड़कों से ट्रैक्टर गुजरेंगे। हम पर पहले सड़कों को ब्लॉक करने का आरोप लगाया गया था। हमने सड़क को अवरुद्ध नहीं किया था। सड़कों को ब्लॉक करना करना हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं है। हमारा आंदोलन सरकार से बात करना है। हम सीधे संसद जाएंगे।’