बिहार में शनिवार को नशामुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि शराब के असली धंधेबाजों को पकड़े और उन पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने राजधानी पटना पर विशेष नजर रखने की बात करते हुए कहा कि पटना ठीक हो जाएगा तो पूरा बिहार ठीक हो जाएगा। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि 26 नवंबर 2011 से ही हमने मद्य निषेध दिवस मनाना शुरू कर दिया था। उस समय शराबबंदी नहीं लागू थी लेकिन लोगों को मद्य निषेध के प्रति हमलोग प्रेरित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज में 90 प्रतिशत लोग अच्छे होते हैं, 10 प्रतिशत ही गड़बड़ करने वाले होते हैं। इन लोगों को ठीक करने के लिए सभी को प्रयासरत रहना है। गड़बड़ करनेवालों पर पुलिस कार्रवाई भी करती है।
शराब, ताड़ी के धंधे में लगे लोग गाय पालन और अन्य कार्य कर रहे हैं : सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में इस साल नीरा का काफी उत्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि, वर्ष 2018 से बिहार में शुरू सतत जीवकोपार्जन योजना के तहत शराब के धंधे से जुड़े लोगों को दूसरा धंधा शुरू करने के लिए 1 लाख रुपए तक की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग देशी शराब, ताड़ी के धंधे में लगे थे वे लोग इसको छोड़कर गाय पालन, बकरी पालन, मुर्गीपालन, शहद उत्पादन आदि छोटे व्यवसाय शुरू कर कार्य कर रहे हैं। काफी संख्या में लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया है। सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 1 लाख 47 हजार परिवारों ने इसका लाभ उठाया है।
पुलिस के लोग अलर्ट रहेंगे तो गड़बड़ी नहीं होगी
सीएम ने कहा कि बिहार में शराबबंदी सख्ती से लागू करा रहे हैं। सभी पुलिसवालों ने शराबबंदी को लेकर शपथ ली है। पुलिस के लोग अलर्ट रहेंगे तो गड़बड़ी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शराब कितनी बुरी चीज है, इसको सबको समझना होगा। नीतीश ने महिलाओं से अपील करते हुए है कि आप ही की मांग पर शराबबंदी लागू की गयी है, इसलिये आपलोग इसको लेकर सजग रहें।