कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास पर दिल्ली में पटना आने से पूर्व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दिये अपमानजनक बयान से कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि उम्र के तकाजा और बीमारी के कारण वरिष्ठ नेता लालू यादव बयान दे रहे हैं या फिर उन्हें ये याद नहीं रहा है कि बिना कांग्रेस के 19 विधायकों के समर्थन के उनके पुत्र तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। लालू यादव को ये स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वें कांग्रेस से दूर होकर जदयू या भाजपा किसके साथ जाकर अपने पुत्र को मुख्यमंत्री बनाने का सपना देख रहे हैं।
कांग्रेस मात्र 6000 मतों से चुनाव हारी
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि जब जब राजद या लालू यादव ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ा है तब तब उनकी दुर्गति हुई है। 2009 के लोकसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि तब भी लालू यादव ने गठबंधन में कांग्रेस को तीन सीट देकर हठधर्मिता दिखाई थी और संप्रग सरकार 2004 के मुकाबले 2009 में ज्यादा मजबूती से सत्ता में आई। उन्होंने कहा कि जिस कुशेश्वर स्थान सीट पर जिच करके राजद ने गठबंधन तोड़ने का काम किया है वहां कांग्रेस मात्र 6000 मतों से चुनाव हारी है वहीं राजद तारापुर में कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मतों से चुनाव हारी है तो उसे तो अपनी जमानत बचाने की लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
कांग्रेस दोनों सीटों पर मजबूती से लड़ रही है
इसलिए कांग्रेस के बगैर अपनी दुर्गति का 2010 की तरह पूर्वानुमान करके ही राजद को कोई फैसला लेना चाहिए था, जिसमें राजद अपने सबसे खराब सीटों के प्रदर्शन के साथ 23 सीटों पर सिमट गई थी। साथ ही मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस दोनों सीटों पर मजबूती से लड़ रही है और राजद सुप्रीमो लालू यादव द्वारा दलितों, शोषितों और वंचितों के बड़े नेता बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास पर की गई ओछी टिप्पणी का बदला कुशेश्वरस्थान और तारापुर की जनता अपने वोट के चोट से लेगी।