बिहार में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में वामदल, जन अधिकार पार्टी (जाप) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) समेत कुछ मुस्लिम संगठनों के आह्वान पर आज बिहार बंद के दौरान बड़ संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया तथा रेल गाड़यिं का भी परिचालन बाधित किया। जाप के नेता और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बेड़यिं पहनकर यहां डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन किया।
उनके साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाकर आवागमन को बाधित कर दिया। श्री यादव ने कहा कि सरकार ने पहले ही बेटियों को कैद कर दिया है। वहीं, युवा बेरोजगारी के कारण घरों में कैद हैं और अब सरकार काला कानून लाकर एक बड़ वर्ग को कैद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस कानून से सबसे ज्यादा परेशानी गरीब, दलित, पिछड़ को होना है, जिनके पास खाने के लिए दो वक्त की रोटी नहीं है वे कहां से जमीन या अन्य कोई दस्तावेज दिखाकर अपने को भारतीय नागरिक साबित कर पायेंगे।
श्री यादव और उनके समर्थकों को बाद में पुलिस ने हिरासत में लेकर सड़क पर से जाम समाप्त कराया। बाद में पुलिस ने श्री यादव और उनके समर्थकों को छोड़ दिया। बंद के समर्थन में वामदलों के नेताओं के साथ कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के नेता भी सड़कों पर उतरे। बंद समर्थकों ने एनआरसी और सीएए के खिलाफ नारे भी लगाये। नेताओं ने कहा कि देशहित में सरकार को ये कानून वापस लेना पड़गा। सरकार के गलत फैसले की वजह से आज पूरा देश जल रहा है। जगह-जगह छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार उनके खिलाफ दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। सरकार का कदम देश को पीछे धकेलने वाला है।