दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी और हाथापाई के मामले में आप विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल को आज पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में पेश किया। पुलिस अमानतुल्ला को गिरफ्तार करके उत्तरी दिल्ली लाई कोर्ट में पेश किया। जहां पुलिस ने दोनों की दो दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी। लेकिन जज ने उसे कैंसिल कर दिया. थोड़ी देर में दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा या बेल दी जाएगी इस पर सुनवाई होगी।
जहां पुलिस ने दोनों की दो दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन जज ने उसे कैंसिल कर दिया। थोड़ी देर में दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा या बेल दी जाएगी इस पर सुनवाई होगी।
आपको बता दे कि सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि दोनों की दो दिन की पुलिस रिमांड जरूरत है। पुलिस को दोनों लोगों को आमने सामने बिठा कर पूछताछ करनी है। जांच में पूछताछ कर ये जानना है कि मुख्य सचिव से मारपीट और बदसलूकी करने के पीछे इनका क्या उद्देश्य था।
बचाव पक्ष की तरफ से कहा गया कि रिमांड की जरूरत नहीं है। अगर कहा जाए तो मीटिंग में मौजूद सभी विधायक जांच में शामिल हो सकते है। पुलिस अभी तक कुछ भी रिकवर नही कर पाई है। बुधवार को वी के जैन को 3 घंटे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। अगर केस में कुछ दम होता तो उनको नहीं छोड़ा जाता। पुलिस इनकी रिमांड क्यों मांग रही है?।
बता दे कि दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित तौर पर मारपीट करने वाले मामले में दूसरे प्रमुख आरोपी अोखला विधायक अमानतुल्लाह खान ने बड़े नाटकीय अंदाज में बुधवार को दिल्ली के जामिया थाने में सरेंडर कर दिया। दिल्ली पुलिस को उनकी तलाश थी। पुलिस इस मामले में देवली से आप विधायक प्रकाश जारवाल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
आपको बता दे कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर कथित तौर पर हुए हमले के बाद जो मेडिकल हुआ था वह रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में मुख्य सचिव के साथ मारपीट की बात सामने आई है।
वही , मेडिकल रिपोर्ट के उलट आम आदमी पार्टी के विधायकों का बचाव अब पार्टी के सांसद संजय सिंह ने किया। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि मुख्य सचिव के आरोप सही नहीं हैं और विधायकों का पक्ष भी सुना जाना चाहिए। संजय सिंह ने मुख्य सचिव के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मुख्य सचिव महोदय जो कहते हैं कि अरे भाई, हमारे साथ मारपीट हो गई. कोई प्रमाण नहीं, कोई साक्ष्य नहीं। जो बात मुख्य सचिव ने कह दी वो रामायण का श्लोक है और जो विधायक-मंत्री कहते हैं उसका कोई आधार नहीं?” संजय सिंह अब भी कह रहे हैं कि मुख्य सचिव का आरोप सही नहीं है।
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमले की ओर उनकी मेडिकल रिपोर्ट इशारा कर रही है। सोमवार को हमले के बाद मंगलवार रात करीब 9 मेडिकल जांच की गई थी। अरुणा आसफ अली अस्पताल में उनका मेडिकल कराया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार उनके होंठ पर कटने का निशान है और गालों पर सूजन भी पाई गई थी। इसके अलावा चेहरे पर चोट के निशान की बात भी रिपोर्ट में कही गई है।
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