पीएम मोदी अपने विदेश दौरे से लौटते ही आज सुबह सीधा इसरो संस्थान पहुंचे और देश के वैज्ञानिकों का अभिनंदन किया, इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह पर चंद्रयान 3 के लैंडर ने सबसे पहले अपना कदम रखा उस जगह को आज से शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर जहां चंद्रयान -3 ने अपना पहला कदम रखा उस स्थान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिव शक्ति का नाम दिया है, जिस पर मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उस जगह को शिव शक्ति नाम दिए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है।
नाम हिंदुस्तान रखते, इंडिया रखते ये मुनासिब होता- सैफ
मौलाना नकवी ने इस दौरान मुजफ्फरनगर में मुस्लिम बच्चे की पिटाई की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि “हमारे मुल्क के साइंटिस्ट ने जो कामयाबी हासिल की है ये कामयाबी मुल्क की कामयाबी है। परसों जो घटना घटी है मुजफ्फरनगर के गांव में वो इसी तरह की मानसिकता का नतीजा है। जहां विक्रम लैंडर लैंड किया था, उसका नाम भारत रखना चाहिये था. हिंदुस्तान रखते, इंडिया रखते ये मुनासिब होता। मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा “हमारे मुल्क के वैज्ञानिकों और इंडियन रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने जो कामयाबी हासिल की है। यह कामयाबी मुल्क की कामयाबी है। इसको इस तरह से कहना सही नहीं है। इसका नाम हिंदुस्तान होना चाहिए।
‘नेशनल स्पेस डे’ के तौर पर मनाने की घोषणा की गई
भारत की इस शानदार कामयाबी पर बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरा खत्म होते ही सीधा वैज्ञानिकों से मिलने इसरो पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एलान किया कि आज से उस जगह को ‘शिव शक्ति’ के नाम से जाना जाएगा, जहां पर विक्रम लैंडर ने अपना पहला कदम रखा है। यही नहीं उन्होंने उसका जगह के नाम का भी एलान किया जहां पर चंद्रयान 2 का लैंडर गिर गया था। पीएम मोदी ने उस जगह को ‘तिरंगा’ नाम दिया है। इसके साथ ही 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ के तौर पर मनाने की घोषणा की है। आपको बता दें चंद्रयान 3 की सफलता के बाद पूरा देश बेहद उत्साहित है। पूरी दुनिया में भारत के वैज्ञानिकों ने अपना नाम कर दिया है।