31 जुलाई को हरियाणा का नूंह हिंसा की आग में झुलस गया। इसमें दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई है। आपको बता दे कि यह हिंसा तब भड़की जब मेवात में धार्मिक यात्रा निकाली जा रही थी।
हिंसा के बाद डर का माहौल
फिलहाल नूंह, पलवल, मानेसर, सोहना और पटौदी में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। लेकिन हिंसा के बाद डर का माहौल ऐसा है कि लोग यहां से भागने को मजबूर हो गए हैं। लोग अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं।
नूंह और हरियाणा जिलों में हुई हिंसा में नाबालिगों की भूमिका की जांच करेंगे पुलिस
आपको बता दे कि ऐसे में गुरुवार को पुलिस ने कहा कि वे इस सप्ताह की शुरुआत में हरियाणा के नूंह और हरियाणा जिलों में हुई हिंसा में नाबालिगों की भूमिका की जांच करेंगे।
नूंह में 139 लोगों को गिरफ्तार किया ,45 एफआईआर दर्ज
पुलिस का कहना है अब तक कुल 45 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जबकि नूंह में 139 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
साथ ही इसके अलावा गुरुग्राम पुलिस ने भी 25 मामले दर्ज किए हैं और हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए 33 लोगों को हिरासत में लिया है।
नूंह झड़पों में पथराव और अन्य अवैध गतिविधियों में बच्चों के कथित इस्तेमाल की जांच की मांग
वही , राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी कथित तौर पर नूंह झड़पों में पथराव और अन्य अवैध गतिविधियों में बच्चों के कथित इस्तेमाल की जांच की मांग की है।
झड़प में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए नूंह में तलाशी अभियान जारी
साथ ही एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस झड़प में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए नूंह में तलाशी अभियान जारी है।
अवैध विरोध प्रदर्शन में इस्तेमाल किए गए बच्चों की भी कर रही है पहचान
आगे उन्होंने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि पुलिस सभी संभावित कोणों से मामले की जांच कर रही है। इस अवैध विरोध प्रदर्शन में इस्तेमाल किए गए बच्चों की भी पहचान कर रही है और साथ ही संबंधित अधिकारियों के सामने पेश किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि एनसीपीसीआर ने नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर हमले के दौरान पथराव और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में नाबालिगों की संलिप्तता पर चिंता व्यक्त की।
एनसीपीसीआर ने अधिकारियों से घटनाओं की गहन जांच करने का भी आग्रह किया है। अब तक हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है।