भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश के सबसे बड़े राजनेताओं में एक बताया और कहा कि 65 वर्षों के अपने घनिष्ठतम मित्र की बहुत याद आएगी।
आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा कि वाजपेयी के शानदार नेतृत्व कौशल, वाक कला, देशभक्ति और इन सबसे ऊपर दया, मानवीयता जैसे उनके गुण और विचारधारा में मतभेद के बावजूद विरोधियों का दिल जीतने की कला का मेरे ऊपर गहरा असर रहा।
कबाब और झींगे के मुरीद वाजपेयी खाने के थे बेहद शौकीन
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस के प्रचारक से लेकर भारतीय जनसंघ के बनने तक, आपातकाल के दौरान के काले महीनों से लेकर जनता पार्टी के गठन तक और बाद में 1980 में भारतीय जनता पार्टी के उभरने के दौरान उनके साथ लंबे जुड़ाव की यादें हमारे साथ रहेंगी।’’
आडवाणी ने कहा कि गहरा दुख और उदासी व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अटल जी को केंद्र में गैर कांग्रेसी गठबंधन सरकार को स्थायित्व देने में उनकी भूमिका से लेकर छह वर्षों तक उनके साथ उपप्रधानमंत्री के तौर पर काम करने के दिनों के लिए उन्हें याद करूंगा।
वाजपेयी ने मौत की आंखों में झांककर लिखी थी कविताएं…
मेरे वरिष्ठ के रूप में उन्होंने हर तरीके से हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया और मेरा मार्गदर्शन किया।’’ वाजपेयी सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे आडवाणी ने कहा कि वह उनकी कमी महसूस करेंगे।