मुंबई : महाराष्ट्र कांग्रेस ने आज पड़ोसी देश पाकिस्तान से चीनी आयात की अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस तरह के आयात से ही घरेलू बाजार में चीनी के दाम नीचे आये हैं। प्रदेश की कांग्रेस पार्टी ने देश में चीनी उत्पादन ‘अतिरिक्त’ मात्रा में होने के बावजूद इस तरह के आयात की आवश्यकता को लेकर केन्द्र से सवाल किया है। संवाददाताओं से बात करते हुए , प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हर्षवर्धन पाटिल ने कहा , ‘दिल्ली की कंपनी सकुमा एक्सपोर्ट्स लिमिटेड ने पाकिस्तान को चॉकलेट का निर्यात किया और वहां से करीब 20 लाख टन चीनी का आयात किया। हमारे किसानों के हितों को ताक पर रखकर ऐसा क्यों किया जा रहा है ?’’ पाटिल ने दावा किया कि केंद्र की आयात नीति से घरेलू गन्ना उत्पादक किसानों को
30,000 करोड़ रुपये तक का नुकसान होगा। पाटिल ने कहा , ‘ महाराष्ट्र में ही गन्ना पैदा करने वाले किसानों को खुद करीब 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। कम घरेलू कीमतों के साथ चीनी मिलों ने जिन किसानों से गन्ना खरीदा है , उसका भुगतान किस तरह से कर पायेंगी। ’’ राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने केन्द्र सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है और सरकार पर आरोप लगाया कि इन आयातों के परिणामस्वरूप प्रति टन चीनी की कीमत 36,000 रुपये से गिरकर 24,000 रुपये रह गई है। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का उपहास करते हुये कहा कि वह भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान से लाने का दावा करते रहे हैं लेकिन उनकी सरकार इसके बजाय पड़ोसी देश से चीनी मंगाने की व्यवस्था में लगी है।
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