झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का संकल्प दुहराते हुए कहा कि चिकित्सा सुविधा के अभाव में किसी की मौत न हो, यह सरकार की प्राथमिकता है। श्री दास ने आज झारखंड मंत्रालय में राज्य में शुरू की गई दो नयी स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए कहा, ‘ हमारी सरकार पैसों या चिकित्सा सुविधा के अभाव में किसी की मौत नहीं होने देने के लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है जिसमें समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो।
सरकार के लिए गरीब से गरीब व्यक्ति का जीवन भी कीमती है। इसका हम सब को मानवीय संवेदना के साथ ध्यान रखना है। राज्य के जनजातीय व अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सबसे ज्यादा जरूरत है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि आसान काम तो कोई भी कर लेगा लेकिन सरकार यहां कठिन से कठिन कार्य करने के संकल्प के साथ आई है। झारखंड सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम करेगी।
राज्य में मातृत्व शिशु मृत्यु दर के साथ साथ अन्य लोगों की मृत्यु दर में भी कमी आयेगी। स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर एवं सहायक कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि मरीज आये, तो इलाज हो सके। श्री दास ने बैठक के दौरान एंबुलेंस सेवा को‘आपातकालीन मेडिकल सेवा 108’का नाम देने का निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि ऐसा करने से हर व्यक्ति इसका काम समझ सकेंगा। राज्य के जनजातीय एवं अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में पहले यह सेवा शुरू करें।
इन क्षेत्रों में 108 के अलावा अतिरिक्त एंबुलेस की सुविधा बहाल करें क्योंकि इन क्षेत्रों में अभी स्वास्थ्य सेवाओं की काफी कमी है। एंबुलेंस को इस तरह से सुसज्जित करें, ताकि जरूरत पड़ने पर गर्भवती महिला की डिलिवरी भी वहां हो सके। संस्थागत प्रसव से इसे जोड़ें। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ योजनाएं तो हमेशा अच्छी बनती हैं, लेकिन सही तरीके से लागू नहीं होने के कारण गरीबों तक लाभ नहीं पहुंच पाता है।
हमें इसका ध्यान रखना है। पहले चरण में दिसंबर तक सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, पाकुड, खुंटी, साहेबगंज, पलामू,गढ़वा जैसे जिलों में इस सेवा की शुरुआत करें। दूरस्त क्षेत्रों में जहां जनसंख्या है, उन क्षेत्रों में एंबुलेंस की संख्या बढ़यें।
ग्लोबल पोजिंशनिंग सिस्टम (जीपीएस) के माध्यम से सभी की रियल टाइम मॉनिटरिंग होती रहनी चाहिए।’ बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद, चंद्रवंशी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।