मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आदिवासी समाज के कल्याण हेतु राज्य सरकार 18 हजार 28 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के विकास हेतु कटिबद्ध सरकार बजट का 50 प्रतिशत राशि खर्च कर रही है। अब जरूरत आदिवासी समाज के जागने की है। आदिवासी समाज जागो सरकार आपके साथ है। आपको शिक्षित होना होगा अपने धर्म भाषा और संस्कृति पर गर्व और उससे प्रेम करना होगा। यह कार्तिक उरांव जी का सपना था जिसे हम सबको मिलकर पूरा करना है और यह तभी संभव है जब हम शिक्षित होंगे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे।
राज्य सरकार गुमला में शीघ्र कार्तिक उरांव कौशल विकास विद्यालय प्रारंभ करेगी। श्री दास गुमला के रायडीह प्रखंड स्थित मांझा टोला में आयोजित अंतर्राज्यीय जनसंस्कृतिक समागम समारोह में बोल रहे थे। श्रीदास ने कहा कि राष्ट्रविरोधी और विकास विरोधी शक्तियों से सावधान रहने की जरूरत है। श्रीदास ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, के कल्याण और उन्हें विकास के पथ पर लाने हेतु 1500 करोड़ का जोहार योजना का शुभारंभ किया गया है।
योजना के तहत ऐसे लोगों को 4 लाख रुपये सरकार रोजगार हेतु देगी। महिलाओं के स्वावलंबन हेतु मुख्यमंत्री उद्यमी सखी मंडल के जरिए 4 लाख 80 हजार महिलाओं को जोड़कर उन्हें दिसम्बर 2017 तक रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में सरकार ने झारखंड में विकास और शांति का दरवाजा खोल दिया है। राज्य में उद्योग एवं शिक्षण संस्थान आ रहे हैं।
यह स्पष्ट नीतियों का परिणाम है झारखंड सरकार ने संकल्प लिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री एक मंच पर हैं दोनों मिलकर कार्तिक उरांव जी के विश्वविद्यालय निर्माण के सपने को साकार करने हेतु मार्ग प्रशस्त करेंगे। केंद्रीय राज्यमंत्री विश्वदेव साय ने कहा कि कार्तिक उरांव आदिवासी समाज के अमूल्य रत्न थे। वे चाहते थे उनका सपना था कि शिक्षा का प्रसार हो । कार्यक्रम में गुमला विधायक शिवशंकर उरांव, पदमश्री अशोक भगत, मेयर श्रीमती आशा लकड़ा व अन्य उपस्थित थे।