लातेहार : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रदेश के सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए पहुंच पथों को दुरुस्त करने की आवश्यकता पर बल दिया है। श्री दास ने जिले के बेतला क्षेत्र के विकास को लेकर आज यहां अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीणों से राय लेकर ही गांव के विकास की योजना तैयार करें।
उन्होंने कहा,’ राज्य में गरीबी खत्म करने के लिए लोगों को स्वरोजगार से जोड़ना जरूरी है। अधिकारी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर जानकारी प्राप्त करें कि गांव के विकास में सबसे अधिक क्या जरूरी है। ‘ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निदेश दिया कि ऐसे सभी क्षेत्रों का चयन करें जहां अबतक पहुंच पथ नहीं है साथ ही सुदूरवर्ती क्षेत्रों को पहुंच पथ से जोड़ने के लिए कार्य योजना बनाकर सड़क एवं पुल पुलिया निर्माण करवायें।
उन्होंने कहा कि जिले में सुदूर गांवों तक पहुंच पथ नहीं होने के कारण विकास बाधित होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है लेकिन सभी के आय में बढ़ौतरी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि गांव एवं ग्रामीणों के विकास के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है, जैसे ग्रामीणों को स्वरोजागर से जोड़ने के लिए पहुंच पथ का निर्माण, मुर्गी, बकरी पालन, चेक डैम, मछली पालन समेत अन्य योजनाओं से जोड़ने की बात कही। श्री दास ने अधिकारियों को निदेशित किया कि उग्रवाद को समाप्त करने के लिए गांव में रोजगार का सृजन करें।
बैठक के दौरान अधिकारियों के द्वारा बूढ़ा पहाड़ में जमे नक्सलियों की समाप्त करना होगा। के लिए चलाए जा रहे अभियान में आने वाली समस्या को लेकर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने बूढ़ पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करने के लिए सड़क निर्माण करने, ग्रामीणों को छोटे-छोटे रोजगार से जोड़ने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पहुंच पथ नहीं होने से ही अधिकारी गांव में नहीं पहुंच पाते जिससे ग्रामीणों से अधिकारियों की संवादहीनता बनी रहती है और वे सरकारी योजना से वंचित रह जाते हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के साधन बढ़ाने के लिए गांव के ही पढ़े-लिखे युवक एवं युवतियों रोजगार से जोड़ें।
उन्होंने कहा,’ ऐसे विद्यालय, उप स्वास्थ्य केन्द्र समेत अन्य सरकारी संस्थान जहां कर्मियों की कमी हो वैसे स्थान में गांव के ही पढ़े-लिखे लोगों को बहाल कर नौकरी से जोड़ा जाय ताकि गांव के लोगों का विकास भी हो साथ ही युवक एवं युवतियों को रोजगार भी मिल जाए।’श्री दास ने कहा कि जिले के अधिकारियों को महिलाओं के स्वरोजगार के लिए ‘जोहार योजना’ से जोड़ने की बात कही।
उन्होंने बताया कि जोहार योजना से जुड़कर महिलायें मुर्गी पालन कर अंडा का उत्पादन करेंगी जिसकी खरीदारी कर नजदीक के ही स्कूल, पुलिस कैंप में आपूर्ति करवायें ताकि महिलाओं को कोई परेशानी न आए। बैठक में उपायुक्त राजीव कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद, उप विकास आयुक्त अनिल कुमार सिंह, वन विभाग के क्षेत्र निदेशक एम.पी सिंह समेत अन्य पुलिस, प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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