बोकारो. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की कि संथालों के पवित्र स्थल लुगूबुरू घंटाबाड़ी धोरोम गाढ़ के धर्म सम्मेलन को राजकीय महोत्सव के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से सम्मेलन सह सांस्कृतिक कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था झारखंड सरकार के द्वारा की जायेगी साथ ही उन्होंने कहा कि लुगूबुरू घंटाबाड़ी को संथालों के तीर्थ धाम के रूप में विकासित किया जायेगा। श्री दास आज बोकारो के लुगुबुरु घाटाबारी धोरोमगढ़ में अयोजित अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। श्री दास ने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृति है।
देश में कई संस्कृति ने जन्म लिया है तथा अपना विकास किया है। संताल आदिवासियों की यह धार्मिक भूमि लुगूबुरू घंटाबाड़ी भी राष्ट्र की धरोहर है। मुख्यमंत्री ने यहां के संचालन समिति को इस महान सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने आयोजन समिति को चार से पांच दिनों तक संथाली धर्म सम्मेलन आयोजित करने की भी सलाह दी ताकि आस-पड़ोस के लोगों को रोजगार का साधन मिल सके। मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि लुगूबुरू घंटाबाड़ी को धार्मिक सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि लुगूबुरू घंटाबाड़ी दरबार चटानी से 7 किमी ऊपर बसे लुगू बाबा गुफा तक रास्ते का निर्माण होगा तथा जगह-जगह पर सोलर स्ट्रीटलाईट, शेड, पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि महाधर्म सम्मेलन में अगले वर्ष से आने वाले आगंतुकों के लिए रेल सुविधा की भी व्यवस्था की जायेगी। श्री दास ने कहा कि 2018 में लुगूबुरू घंटाबाड़ी का धर्मसम्मेलन भव्य सांस्कृतिक केन्द्र होगा।
उन्होंने इस सम्पूर्ण क्षेत्र को सुंदर आकार देने के लिए सरकार की ओर से आर्किटेक्चर भेजने की बात कही जो इस सम्पूर्ण क्षेत्र को आधुनिक रूप से विकसित करने हेतु डिजाईन तैयार करेंगे। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी, गोमिया विधायक योगेन्द्र महतो, बेरमो विधायक योगेश्वर महतो, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, जिला बीससूत्री उपाध्यक्ष लक्ष्मण नायक, उत्तरी छोटानागपूर प्रमण्डल की आयुक्त श्रीमति वंदना डाडेल, पुलिस उप महानिरीक्षक प्रभात कुमार, उपायुक्त राय महिमापत रे, पुलिस अधीक्षक, आयोजन समिति के अध्यक्ष बाबुली सोरेन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।