पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनावों पर नजर गड़ाए हुए हैं। इसके मद्देनजर टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक बनर्जी इसी सप्ताह पूर्वोत्तर राज्य असम का दौरा कर सकते है। उनका यह दौरा 11 मई को हो सकता है। जानकारी के मुताबिक, एक या दो दिन असम में रुक सकते हैं।
टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान, बनर्जी असम में पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा और तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सुष्मिता देव के साथ बराक घाटी, कछार और सिलचर में उन लोकसभा सीटों की पहचान करने के लिए बैठकें करेंगे, जिनमें पर्याप्त रूप से बंगाली बोलने वाले मतदाता हैं, जहां तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार उतार सकती है और सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर सकती है। देव और बोरा दोनों तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और कांग्रेस से उनका पुराना नाता खत्म हो गया है।
तृणमूल नेता ने कहा, यह सच है कि हाल ही में संपन्न असम विधानसभा चुनाव में हमने चुनाव नहीं लड़ा था। इसी तरह, हमने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी निश्चित रूप से इन दोनों राज्यों से चुनाव लड़ेगी। और अब साथ में बोरा और देव साथ में हैं, हम असम में अपनी संगठनात्मक ताकत को मजबूत करने के लिए आश्वस्त हैं। हमारे राष्ट्रीय महासचिव असम जाएंगे और इसी तर्ज पर प्रारंभिक खाका तैयार करेंगे। वह अपनी यात्रा के दौरान गुवाहाटी में एक पार्टी कार्यालय का भी उद्घाटन करेंगे।
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उनके अनुसार, न केवल असम में बल्कि पूर्वोत्तर भारत में कहीं और, कांग्रेस काफी कमजोर हो गई है और भाजपा वहां अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए इसका फायदा उठा रही है। उन्होंने कहा, हमारी सर्वोच्च नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगता है कि केवल तृणमूल कांग्रेस ही पूर्वोत्तर भारत में कांग्रेस के कमजोर होने से पैदा हुए शून्य को भरने में सक्षम है। हम पूर्वोत्तर राज्य में क्षेत्रीय दलों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि असम के बाद अभिषेक बनर्जी अन्य पूर्वोत्तर राज्यों का व्यापक दौरा करेंगे और जरूरत पड़ने पर ममता बनर्जी भी आने वाले दिनों में इनमें से कुछ राज्यों का दौरा करेंगी।