औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर करने पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम खफा है। एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से विरोध करने का आह्वान किया है।
इम्तियाज जलील ने आरोप लगाया कि यह निर्णय लोगों का विकास के मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए लिया गया था। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद का नाम बदलने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया तो छत्रपति संभाजी के नाम पर रखने के लिए नहीं, बल्कि यह सोचकर लिया गया था कि मेरी कुर्सी छिनने वाली है, शायद संभाजी का नाम हमें बचा लेगा।
एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि निवासी, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, नाम से जुड़ाव महसूस करते हैं। कोई नहीं चाहता कि नाम बदल जाए। हम इसके लिए हर संभव तरीके से लड़ेंगे। विरोध प्रदर्शन करेंगे, अदालत जाएंगे और संसद में आवाज उठाएंगे।
औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर करने के निर्णय के खिलाफ मंगलवार को नागरिक समाज, विभिन्न राजनीतिक पार्टियां और सामाजिक संगठनों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था। औरंगाबाद सांसद की अध्यक्षता में हुई इस संयुक्त बैठक में विभिन्न संगठनों और नागरिक समाज के लोगों ने भाग लिया।
दरअसल, तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 29 जून को अपनी आखिरी कैबिनेट बैठक में औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर करने की घोषणा की थी।