पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पश्चिम बंगाल में ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए जाने के बाद लगातार राजनीति जारी है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हुगली के पुरसुरा में भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभी के नेता हैं। 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में ”वे (बीजेपी) मुझे प्रधानमंत्री के सामने चिढ़ा रहे थे।”
उन्होंने कहा कि मैं बंदूकों में विश्वास नहीं करती, मैं राजनीति में विश्वास करती हूं। भाजपा ने नेताजी और बंगाल का अपमान किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनसभा में कहा कि जो लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं, जितना जल्दी हो सकें पार्टी छोड़ दें। बंगाल और टीएमसी को आपकी जरूरत नहीं है। उन्हें पता है कि टीएमसी से उन्हें टिकट नहीं दी जाएगी इसलिए वे डर के मारे बाहर जा रहे हैं। भाजपा ने पहले भी बंगाल के प्रतिष्ठित लोगों का अपमान किया है और अब भी ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा का नाम ‘भारत जलाओ पार्टी’ रखा जाना चाहिए।
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि विक्टोरिया मेमोरियल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में तानों और अपमान का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि “बुजुर्ग महिलाएं गाती हैं, ‘हरे कृष्ण, हरे राम’, मैं कहती हूं ‘हरे कृष्ण, हरे राम, विदाई जाओ भाजपा वाम और’ हरे कृष्ण हरे हरे, तृणमूल घोरे घोरे ‘।”
बनर्जी ने कहा कि भाजपा लगातार बंगाल की महान शख्सियतों का अपमान कर रही है और नेताजी भी ‘‘इस फहरिस्त में शामिल हो गए हैं।’’ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां एक रैली में कहा, ‘‘क्या आप किसी को अपने घर बुलाकर उसका अपमान करेंगे? क्या यह बंगाल या हमारे देश की संस्कृति है? अगर नेताजी के लिए नारे लगाए जाते तो मुझे कोई परेशानी नहीं होती।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मेरा उपहास उड़ाने के लिए उन्होंने नारे लगाए जिनका कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं था। देश के प्रधानमंत्री के सामने मेरा अपमान किया गया। यह उनकी (भाजपा) संस्कृति है।’’
बता दें कि ममता बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में तब बोलने से इनकार कर दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वहां ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए गए। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी ने अपना भाषण शुरू नहीं किया था।
उसी समय तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा नारा लगाया गया। बनर्जी ने कहा कि कि ऐसा ‘‘अपमान’’ अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक सरकारी कार्यक्रम है, कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं। एक गरिमा होनी चाहिए। किसी को लोगों को आमंत्रित करके अपमानित करना शोभा नहीं देता। मैं नहीं बोलूंगी। जय बंगला, जय हिंद।’’