अब सीएम आवास पर कुल्हड़ में परोसी जाएगी चाय, धामी का निर्देश - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

अब सीएम आवास पर कुल्हड़ में परोसी जाएगी चाय, धामी का निर्देश

प्राचीन और समृद्ध हस्तकला ‘कुम्हारी कला’ को बढावा देने की जरुरत पर बत देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री आवास और सचिवालय में मिट्टी से बने कुल्हाड़ों में चाय दी जाएगी।

प्राचीन और समृद्ध हस्तकला ‘कुम्हारी कला’ को बढावा देने की जरुरत पर बत देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री आवास और सचिवालय में मिट्टी से बने कुल्हाड़ों में चाय दी जाएगी।
कुम्हार जाति को मुख्य धारा में लाने के लिए कुम्हार सशक्तिकरण योजना करेंगी पुर्नजीवित
‘कुम्हारी कला’ को पुनर्जीवित करने को लेकर यहां एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अनेक परिवार इस कला से जुड़े हैं और केंद्र की ‘कुम्हार सशक्तिकरण योजना’ का उद्देश्य कुम्हारी कला को पुनर्जीवित करना एवं समाज के सबसे कमजोर वर्गों में से एक कुम्हार समुदाय को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त कर विकास की मुख्यधारा में लाना है।
कुम्हार हस्तकला को व्यापक स्तर पर दिया जाएगा बढावा 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कुम्हार हस्तकला को राज्य में बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री आवास एवं सचिवालय में मिट्टी से बने गिलासों (कुल्हाड़ों) में चाय देने की शुरुआत की जाए। इसे व्यापक स्तर पर प्रदेश भर में बढ़ावा दिया जाए।’’ मुख्यमंत्री एवं अधिकारियों ने सचिवालय में मिट्टी के कुल्हाड़ों में चाय पीकर इसकी शुरुआत भी की।
धामी के अधिकारियों को निर्देश पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो मिट्टी 
धामी ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि कुम्हारों को उन्नत किस्म का मिट्टी का सामान बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में मिट्टी उपलब्ध हो और उन्हें आवश्यकतानुसार एवं मानकों के हिसाब से निःशुल्क मिट्टी उपलब्ध कराई जाए।
तीन माह बाद अगली बैठक  की जायेगी आयोजित
उन्होंने कहा कि तीन महीने में कुम्हारी कला की अगली बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें इसे बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों की समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्हारी हस्तकला के लिए एक पोर्टल बनाया जाए जिसमें इस कला से जुड़े लोगों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए उन्हें हर सम्भव मदद दी जाए और देश के विभिन्न क्षेत्रों में हुनर हाटों में उन्हें भेजा जाए।
दिवाली पर कुम्हार द्वारा निर्मित दीए व अन्य उत्पादों की करे खरीददारी -सीएम धामी
कुम्हारी कला को पारिस्थितिकीय तंत्र के लिए भी अच्छा बताते हुए धामी ने इससे जुड़े लोगों के लिए उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में भी जोड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि दीवाली पर कुम्हारों द्वारा निर्मित दीए एवं अन्य उत्पादों की खरीद के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाए।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

1 + 8 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।