पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के नेता ओ. पन्नीरसेल्वम ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु सरकार सूत की बढ़ती कीमतों के पीछे छिपे कारणों की जांच करें। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उन लोगों का पता लगाए जो कपास की जमाखोरी कर रहे हैं। जिसके कारण कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि केंद्र सरकार ने कपास पर आयात शुल्क हटा दिया है और कपड़े पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया है। कपड़ा उद्योग को उम्मीद थी कि इन उपायों से कपास की कीमतों में कमी आएगी, लेकिन हुआ इसके उलट। कपास और सूत के दाम बढ़ गए हैं।
पन्नीरसेल्वम के अनुसार, मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार से चर्चा करनी चाहिए और सूत की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाना चाहिए।