लुधियाना : आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने राज्य सह-प्रधान डा. बलबीर सिंह और विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में आप के वफद ने आज राज्य चुनाव कमीशन जगपाल सिंह संधू को सूबे में अमन-कानून की बिल्कुल दयनीय हो चुकी स्थिति से अवगत करवाया, जिला परिषद और ब्लाक समिति चुनाव केंद्रीय सुरक्षा बलों की निगरानी में करवाने की मांग की। इसके साथ ही समुच्ची सरकारी मशीनरी पर सत्ताधारी कांग्रेस के जबरदस्ती दबाव तले काम करने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के साथ सम्बन्धित बड़ी संख्या में उम्मीदवार की नामजदगिाया रद्द करने की जानकारी दी।
राज्य चुनाव कमीशन के साथ मुलाकात उपरांत मैमोरंडम की कापियां पेश करते हुए हरपाल सिंह चीमा और डा. बलबीर सिंह ने कहा कि आप के उम्मीदवारों से बौखलाहट में आई सत्ताधारी कांग्रेस आप के उम्मीदवारों को धमकीयां ही नहीं कत्ल करने तक जा पहुंची है।
उन्होंने बठिंडा के गिल कलां से पार्टी उम्मीदवार हरविन्दर सिंह हिन्दा की बेरहमी के साथ हुई हत्या का हवाला दिया। उन्होंने बाघा पुराणा, सुनाम, नौशहरा पन्नूआं समेत दर्जनों स्थानों पर कांग्रेसी नेताओं की तरफ से धक्केशाहियों और जोर जबरदस्ती के साथ कागज न दाखिल करने देने या दाखिल किए कागजों को बिना कारण रद्द किए जाने के बारे में अवहत करवाया।
आप के जिला परिषद उम्मीदवार हरिंद्र हिंदा की गोलियां मारकर हत्या
आप नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस समय सूबे के हालात 1991 की आम चुनाव से पहले जैसे हैं। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। इस लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती बेहद जरूरी है। अमन-कानून की बदतर हालत करके कांग्रेस चुनाव को हाई जैक और लूटना चाहती है। इस लिए चुनाव कमीशन दफ्तर बिना देरी सख्त कदम उठाए और लोकतंत्र की शरेआम की जा रही हत्या को रोके।
डा. बलबीर सिंह और हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य चुनाव कमीशन जगपाल सिंह संधू ने बताया कि उन्होंने निष्पक्ष और बिना डर भय के चुनाव करवाने के लिए पंजाब में सख्त सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए लिखा हुआ है। चीमा और डा. बलबीर सिंह ने साथ ही कहा कि जगपाल सिंह संधू कांग्रेसियों की धक्केशाहियों के आगे पूरी तरह बेबस नजर आए। आप नेताओं ने जगपाल सिंह संधू को व्यंग्य के रूप में यहां तक कह दिया कि यदि वह अमन-कानून की ऐसी बदतर स्थिति में पंजाब पुलिस की सुरक्षा तले और कांग्रेस के दबावमें चुनाव करवाना चाहते हैं तो क्यों न चुनाव रद्द कर कांग्रेसी को मनमर्जी करने का अवसर देते हुए मैंबर नामजद करने की इजाजत दे दी जाए।
आप नेताओं ने राज्य चुनाव कमीशन पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह फेल रहने का दोष लगाए। उन्होंने कहा कि अभी तक हिन्दा के कातिलों को गिरफ्तार नहीं किया गया। पिछली 7 सितम्बर को दिए गए मैमोरंडम को याद करवाते हुए आप वफद ने जगपाल सिंह संधू को कहा कि वह एक भी मामले की पैरवी करने और इंसाफ करने में असफल साबित हुए हैं।
वफद में लीगल सैल के रोपड़ से विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ, सह-प्रधान जसतेज सिंह अरोड़ा, सूबा खजांची सुखविन्दर सुखी, दोआबा जोन के प्रधान डा. रवजोत सिंह, सूबा महा सचिव और वित्त समिति के चेयरमैन नरिन्दर सिंह शेरगिल और स्टेट मीडिया इंचार्ज मनजीत सिद्धू शामिल थे।