राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत ने ऐसी सरकार छोड़ी है, जिसकी परिस्थितियों को भगवान भी नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी विधायक 50 दिन बाड़े में बंद रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के लिए जो महत्वाकांक्षा रही, उससे कांग्रेस बेनकाब हुई है।
सत्ता का सुख भोगना चाहती है कांग्रेस
इससे पहले राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में मनोरंजन कम हुआ अब राजस्थान में भी शुरू हो गया है। राज्य में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है। कांग्रेस सिर्फ सत्ता का सुख भोगना चाहती है, जनता की सेवा नहीं करना चाहती… कांग्रेस में न दिशा है न नेता है।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजस्थान की सियासत में तूफान खड़ा हो गया है। गहलोत के अध्यक्ष पद की दावेदारी के बीच सचिन पायलट को राजस्थान की गद्दी सौंपने के आलाकमान के फैसले के खिलाफ गहलोत गुट ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं।
दरअसल, पायलट को छोड़कर कोई भी चलेगा, डिमांड रखते हुए अशोक गहलोत कैंप के 80 से अधिक विधायकों ने रविवार रात अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को सौंप दिया। हालांकि सीएम के करीबी प्रताप खाचरियावास ने 92 विधायकों के इस्तीफे के बात कही।
उन्होंने कहा कि आलाकमान ने विधायकों की राय के बिना अपना फैसला सुनाने का फैसला किया है, जो ठीक नहीं है। उन्हें एक लाइन का यह प्रस्ताव पास करने को कहा गया था कि मुख्यमंत्री का फैसला आलाकमान करेगा। गहलोत गुट के सभी विधायकों ने स्पीकर को इस्तीफा जरूर सौंपा है, लेकिन उनकी सदस्यता तब तक खत्म नहीं होती, जब तक स्पीकर इन्हें मंजूर नहीं कर लेते।