राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने तमिलनाडु के सत्तुर सरकारी अस्पताल में एक गर्भवती महिला को एचआईवी संक्रमित खून चढाये जाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने मुख्य सचिव से इस मामले में अब तक की गयी कार्रवाई के बारे में चार सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है।
आयोग ने कहा है कि यदि मीडिया में आयी रिपोर्ट सही है तो यह पीड़त के मानवाधिकारों का उल्लंघन है। आयोग का कहना है कि यह घटना रक्त के नमूनों की जांच और खून चढाने की प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल खडे करती है। इसके मद्देनजर आयोग ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव से सभी राज्यों और केन्द, शासित प्रदेशों से रक्त के नमूनों की जांच तथा खून चढाने की प्रक्रिया के बारे में स्थिति रिपोर्ट देने को भी कहा है।