31 अगस्त के दिन विपक्षी गठबंधन इंडिया की सबसे बड़ी बैठक मुंबई में आयोजित की गयी। जहां इस बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की गयी थी। इंडिया गठबंधन की मुंबई में हुई बैठक में करीबन 5 राज्यों के मुख्यमंत्री तथा 28 पार्टियों से करीब 80 नेता शामिल हुए थे। जहां सबसे पहले 31 अगस्त के दिन शाम 6:00 बजे प्रतिनिधियों का स्वागत किया था। साथ ही 6:30 बजे वहां औपचारिक रूप से बैठक हुई। फिर रात में सभी ने 8:00 बजे उद्धव ठाकरे की मेजबानी में डिनर किया। आज 10 बजे करीबन पुरे दल का एक ग्रुप फोटो सेशन भी होने वाला है। इन सभी बातो के बीच एक बात पर ध्यान ही नहीं दिया गया की आखिर वो व्यक्ति कौन है जो इंडिया गठबंधन का संयोजक बनेगा ?
आज की बैठक में हो सकती है सीट शेयरिंग पर चर्चा
31 तारीख को ही बैठक के दौरान सीट बंटवारे की रणनीति को भी अंतिम रूप दिया गया । साथ ही गठबंधन के नेताओं की ओर से आम सहमति बनाई जा रही है ताकि विपक्षी दल हर एक सीट पर बीजेपी से मुकाबला करने के लिए सख्त उम्मीदवार को खड़ा कर सके। इस बैठक में सीएम केजरीवाल से एक सवाल पूछा गया कि क्या दिल्ली और पंजाब में सीटों के बंटवारे का मुद्दा उठाया गया ? तो उन्होंने कहा सीटों का बंटवारा पूरे देश में होगा और हमने कहा है कि ऐसी बात हर राज्य में होनी चाहिए। इंडिया गठबंधन की यह तीसरी बैठक है जहां इस तीसरी बैठक में 28 दलों के 63 नेता शामिल हुए थे इसके साथ ही अन्य नेताओं ने भी इसमें शिरकत की थी । विपक्षी गठबंधन में इंडिया की तीसरी बैठक के दौरान सीट शेयरिंग की चर्चा की भी संभावना जताई जा रही है। मुंबई में विपक्षी गठबंधन इंडिया की हुई बैठक के दौरान सुबह 10:30 बजे गठबंधन का लोगो जारी किया जाएगा इसके बाद से औपचारिक रूप में चर्चा होगी। जिसमें कई अहम फैसले लिए जाएंगे। विपक्षी गठबंधन इंडिया के संयोजक के नाम पर भी अभी तक सस्पेंस बना हुआ है । यह साफ नहीं है कि आज की बैठक में यह फैसला होगा या नहीं की कौन संयोजक बनेगा?
सीएम केजरीवाल ने दिया सीट शेयरिंग का प्रस्ताव
अगर आप जानना चाहते हैं कि पहले दिन की हुई बैठक में क्या-क्या हुआ तो आपको बता दे कि पहले दिन इंडिया गठबंधन की बैठक में उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खरगे ने एक एजेंडा रखा। जहां अरविंद केजरीवाल ने एक प्रस्ताव दिया की सीट शेयरिंग के लिए अलग मेकैनिज्म बनाया जाए और सीट शेयरिंग पर फैसला 30 सितंबर तक लिया जाए । वहीं बैठक के पहले दिन संयोजक और इंडिया के चेयरपर्सन के नाम पर भी कोई चर्चा नहीं हुई ।लेकिन ममता बनर्जी ने मेजर मेनिफेस्टो की जगह बुलेट प्वाइंट्स बनाने की सलाह रखी है । आपको बता दे की इंडिया गठबंधन की बैठक का एक ही मकसद है कि वह हर एक बैठक में एक नया एजेंडा लेकर आए और अपने बयान देश का लोकतंत्र खतरे में है उससे जुड़े कई मोर्चे आगे लेकर आए।