प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात अस्मिता का मुद्दा उठाते हुए उन लोगों से सावधान रहने की अपील की, जो गुजरात को बदनाम करते हैं और कहा कि ऐसे लोगों को राज्य में कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए।
अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर वलसाड जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गुजराती लोगों ने कभी किसी को ठेस नहीं पहुंचाई है और जो भी गुजरात आया, उसे उन्होंने गले लगाया।
उन्होंने कहा कि गुजराती जहां कहीं जाते हैं वे दूध में शक्कर की तरह मिल जाते हैं।
मोदी ने वलसाड में रैली को संबोधित करने से पहले वापी में एक व्यापक रोडशो किया। वापी में सैंकड़ों लोगों ने उनका अभिवादन किया जो सड़क के दोनों ओर खड़े थे।
प्रधानमंत्री ने रैली में कहा, ‘‘उन लोगों से सावधान रहें, जो गुजरात को बदनाम करना चाहते हैं और हमारे खिलाफ बोल रहे हैं। वे गुजरात और गुजराती को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे विदेशों में भी हमारे राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘उनसे ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना बंद करने के लिए कहिए। गुजरात के लोगों ने कभी किसी को चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की। जहां भी वे गये, वे स्थानीय लोगों के साथ उसी तरह घुलमिल गये जिस तरह दूध में शक्कर घुल जाता है। यदि कोई बाहर से आता है तो उन्होंने उन्हें भी गले लगाया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाइयो एवं बहनो, जो लोग गुजरात को बदनाम करना चाहते हैं उसके लिए राज्य में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। हम उन लोगों को कभी स्वीकार नहीं कर सकते जो गुजरात को पीछे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि फिलहाल मासिक डाटा उपयोग का बिल 250-300 रुपये आता है, लेकिन यदि कांग्रेस सत्ता में बनी रहती तो यही 5000 रुपये होता।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ पिछले कांग्रेस शासन में एक जीबी डाटा की कीमत 300 रुपये थी जबकि अब यह महज 10 रुपये है तथा फिलहाल मासिक डाटा उपयोग का बिल 250-300 रुपये होता है, यदि कांग्रेस सत्ता में बनी रहती तो यह 5000 रुपये होता।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लोगों की जिंदगी आसान बनाने में मदद की है तथा मोबाइल फोन डाटा पर पैसे बचाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ पिछली सरकार में आपको मोबाइल फोन , व्हाट्सअप, रील्स, इंस्टाग्राम आदि के लिए 4000-5000 रुपये का बिल आता था । लेकिन आज मेरी सरकार की नीतियों के कारण आपको वह ढाई सौ रुपये में मिल सकते हैं।’’
मोदी ने कहा कि पहली बार के मतदाता गुजरात का भविष्य तय करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पहली बार के मतदाताओं से कहना है कि आप बस इसलिए मतदान नहीं करने जा रहे हैं कि आप 18 साल के हो गये, बल्कि आप गुजरात का भविष्य तय कर रहे हैं। आप गुजरात की नीतियों पर निर्णय लेंगे। इन किशोरों के लिए उनकी जिंदगी के अगले 25 साल अहम हैं।