जहां एक तरफ पहलवानों को देश की शान माना जाता है, वहीं दूसरी और कुछ पहलवान सिस्टम और सरकार से परेशान होकर धरना प्रदर्शन कर रहे है। भारतीय कुश्ती संघ में संग्राम छिड़ गया है। महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और कुछ कोच तो सालों से महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। हालांकि ब्रजभूषण सिंह ने इन आरोपों को गलत बताया है। ब्रजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती पहलवानों का धरना जारी है। धरना देने वालों में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
कुश्ती महासंघ भ्रष्ट लोगों से भरा हुआ
आपको बता दें कि जंतर-मंतर पर धरना दे रहे बजरंग पूनिया समेत कई पहलवान खेल मंत्रालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी मांग को रखा। पहलवानों का कहना है कि मौजूदा कुश्ती महासंघ को भंग किया जाए और नए महासंघ का गठन किया जाए।पहलवानों का कहना है कि कुश्ती महासंघ भ्रष्ट लोगों से भरा हुआ है। इसलिए इसे पूरी तरह खत्म करना जरूरी है।
खिलाड़ियों को ट्रायल से गुजरना जरूरी
वहीं, रेसलिंग के अध्यक्ष ने इस सारे फसाद की जड़ उन नियमों को बताया है जिसके तहत ओलंपिक खेलने के लिए सभी खिलाड़ियों को ट्रायल से गुजरना जरूरी है। दरअसल, नवंबर 2021 में फेडरेशन ने नियमों में बदलाव किया था। इसमें तय हुआ कि ओलंपिक के लिए टीम को आखिरी रूप देने से पहले ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले खिलाड़ियों को भी ट्रायल्स में भाग लेने के लिए कहा जा सकता है।