उप्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली सरकार से बगावत कर इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा विधायक जिन्होंने पहले अपना इस्तीफा दे दिया था, वे भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में पार्टी कार्यालय में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
स्वामी प्रसाद के साथ धर्म सिंह सैनी ने भी थामा सपा का दामन
स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा, सपा के पाले में जाने वाले अन्य मंत्री धर्म सिंह सैनी भी शामिल थे। भाजपा सरकार से इस्तीफा देने वाले एक और मंत्री दारा सिंह चौहान आज सपा के कार्यक्रम में दिखाई नहीं दिए। समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में इस अवसर पर मौर्य ने कहा कि आगामी चुनाव में वह उप्र से भाजपा का सूपड़ा साफ कर देंगे।
यह विधायक हुए समाजवादी पार्टी में शामिल
शुक्रवार को सपा में शामिल होने वाले पांच भाजपा विधायक हैं- भगवती सागर (कानपुर में बिल्हौर), रोशनलाल वर्मा (शाहजहांपुर में तिलहर), विनय शाक्य (औरैया में बिधूना), बृजेश प्रजापति (बांदा में तिंदवारी) और मुकेश वर्मा (फिरोजाबाद में शिकोहाबाद), सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ से अपना दल (सोनेलाल) विधायक अमर सिंह चौधरी भी सपा में शामिल हो गए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधा BSP पर निशाना
समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘हम जिसका साथ छोड़ देते हैं, उसका कहीं पता नहीं चलता। इसकी जिंदा मिसाल हैं मायावती, वह आंबेडकर के मिशन से हट गईं। उन्होंने पिछले नारे ‘जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी को बदल दिया और नया नारा दिया- जिसकी जितनी तैयारी, उसकी उतनी भागीदारी।’ बसपा के बाद मौर्य ने बजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता जो कुम्भकरण की नींद में सो रहे थे वो जाग गए हैं, बल्कि उनकी नींद हराम हो गयी है।
भले ही हमने पार्टी नहीं बनाई, लेकिन हम किसी पार्टी से कम भी नहीं :स्वामी मौर्य
मौर्य ने बीजेपी के सवालों को दोहराते हुए कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं की 5 साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बेटे की वजह से मैंने पार्टी छोड़ दी, मैं उन सभी से इतना कहना चाहता हूं कि भाजपा ने देश के गरीबों, मजलूमों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आंखों में धूल झोंककर सत्ता हथियाई थी।’ इसके साथ ही पिछड़े समुदाय के नेता के रूप में खुद को दिखने की कोशिश में जुटे स्वामी ने कहा, ‘भले हीमैंने पार्टी नहीं बनाई है, लेकिन हम किसी भी पार्टी से कम नहीं हैं।’
BJP ने कसा था तंज- जाने वालों को नहीं थी टिकट मिलने की उम्मीद
इस्तीफा देने वाले मंत्री और अधिकांश विधायक जो अब तक भाजपा छोड़कर आए हैं, सभी मौर्य के खास माने जाते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के मंगलवार को उप्र सरकार से इस्तीफा देने के बाद यह सभी विधायक भाजपा छोड़कर आज सपा में शामिल हुए हैं। इनमें से अधिकांश विधायक उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनावों से पहले बहुजन समाज पार्टी से भाजपा में शामिल हो गए थे। कुछ भाजपा नेताओं का दावा है कि यह वह विधायक हैं जो जानते हैं कि इस बार उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा।