खुदाई के दौरान कई बार हीरे-जवारत मिलने की खबरें सामने आती रहती हैं। इस बार बिहार के चंपारण जिले में खेत की जुताई के दौरान भगवान विष्णु की मूर्ति मिली है। भगवान विष्णु की मूर्ति मिलने की खबर पूरे चंपारण में इस समय सुर्खियों में बनी हुई है। सालों से जोते जा रहे खेत में अचानक भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति मिलने से हर कोई हैरान है और इतना ही मूर्ति को 2 हजार साल पुरानी बताया जा रहा है।
दरअसल, यह मामला जिले के साठी थाना अंतर्गत धोबनी धर्मपुर पंचायत के वृता टोला गांव का है जहां के वार्ड-14 में खेत में ट्रैक्टर चलाते वक्त जमीन के अंदर से पत्थर की एक प्राचीन मूर्ति मिली है। वही, ऐसे जमीन के अंदर से भगवान विष्णु की मूर्ति मिलने को गांववाले एक अलौकिक घटना बता रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। ये पहली बार है जब गांव में खेती के दौरान कोई मूर्ति मिली हो।
बताया जा रहा है कि खेत में धान की रोपनी को लेकर जुताई की जा रही थी, तभी अचानक ट्रैक्टर के फाड़ से किसी चीज के टकराने की आवाज आई। जब नीचे उतर पर देखा गया तो वहां पर भगवान विष्णु की मूर्ति थी।मूर्ति को गांववालों की मदद से उठाकर घर पर लाया गया। 3 फीट ऊंची और 2.5 फीट चौड़ी विष्णु भगवान की मूर्ति को स्थानीय निवासी जोगी मांझी के दरवाजे पर रखकर सबसे पहले लोगों ने इसकी पूजा की।
वहीं, मूर्ति मिलने की सूचना जिले की पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। इस मामले में थानाध्यक्ष ने बताया कि ये पुरातत्व विभाग का मामला है, इसलिए इसे पुरातत्व विभाग को ही सौंपा जाएगा। आगे की कार्रवाई पुरातत्व विभाग के दिशा-निर्देश पर ही जाएगी। वहीं, मूर्तिकारों और जानकारों का कहना है कि प्राप्त मूर्ति तकरीबन 2 हजार साल पुरानी है।
जानकारी के मुताबिक, 2 हजार साल पुरानी इस दुर्लभ मूर्ति का निर्माण एक बड़े से पत्थर को तराश कर किया गया है। मूर्ति के मिलने के बाद लोग लगातार इसकी पूजा-अर्चना कर रहे हैं। वही, जिले में मौजूद सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट, पश्चिम चंपारण कला मंच, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से भगवान विष्णु की इस मूर्ति को संग्रहालय एक्ट के तहत गांधी संग्रहालय भितिहरवा आश्रम में सुरक्षित रखने की मांग कर रहे हैं।