भारतीय अपने रहन-सहन के साथ-साथ अपनी संस्कृति के लिए भी दुनियाभर में जाने जाते हैं। हमारे देश में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया गया है और इसलिए जब भी किसी घर में कोई गेस्ट आता है तो लोग उसकी स्वागत बड़ी धूम-धाम से करते हैं। इंडिया में हर जगह अलग-अलग खान-पान होता है लेकिन मेहमानों का स्वागत हर जगह चाय और पानी से किया जाता है।
आज हम आपको बिहार के एक ऐसे अनोखे गांव के बारे में बताने वाले है। जहां अगर आप गए तो वहां के लोग आपको हाथों में लाठियां लिए मिलेंगे। वैसे इसमें कोई डरने वाली बात नहीं है क्योंकि लाठियां आपके लिए नहीं होगी। ऐसे में अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर क्यों इस गांव के लोगों के हाथों में लाठियां मिलेगी।
बता दें कि इस गांव में कुछ ऐसा हुआ है कि लोग अब बिना लाठी-डंडे लिए घर से निकलते ही नहीं हैं। शाम होते ही लोग अपने घर के गेट पर लाठी लेकर बैठ जाते हैं। ये मामला जमुई जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के जोगाझिंगोई गांव का है, इस गांव में लोग खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए हाथों में लाठी लेकर ही घर से निकलते हैं। चलिए बताते है इसके पीछे की क्या वजह है…
दरअसल, जोगाझिंगोई गांव में दो कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। गांववालों का कहना है कि गांव में दो कुत्ते लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं और अब तक 40 से अधिक लोगों को काट चुके हैं। जब भी कोई घर से बाहर जाता है तो ये कुत्ते उस पर अटैक कर देते है और उसे काट खाते हैं। इसी वजह से पूरे गांव में डर का माहौल है और बच्चे और बुजुर्ग तो डर से अकेले बाहर भी नहीं जा रहे हैं।
इन दोनों कुत्तों की वजह से अब पूरे गांव में लोग एक साथ टीम बनाकर चल रहे है। जब भी कोई अपने घर से बाहर जाता है तो वो अपने हाथ में लाठी जरुर रखता है ताकि अगर ये कुत्ते उसके रास्ते में आए तो वो खुद को उनका शिकार बनने से बचा ले। जब भी गांववालें कुत्ते को पकड़ने जाते है तो वो उनकी पकड़ से दूर भाग जाता है और इसी वजह से गांव में कुत्ते काटने की घटनाओं में कोई कमी नहीं आ रही है।