मिलिए पशु-पक्षियों के इस 'जबरा फैन' शख्स से जिसने अभी तक बचाई हजारों की जान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

मिलिए पशु-पक्षियों के इस ‘जबरा फैन’ शख्स से जिसने अभी तक बचाई हजारों की जान

आपने अपने जीवन में कई तरह के पशु प्रेमी को देखा होगा। लेकिन आज हम आपको जिनके बारे में बताने वाले हैं उनका पशु-पक्षी प्रेम कुछ अलग ही है

आपने अपने जीवन में कई तरह के पशु प्रेमी को देखा होगा। लेकिन आज हम आपको जिनके बारे में बताने वाले हैं उनका पशु-पक्षी प्रेम कुछ अलग ही है जिसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे। इतना ही नहीं ये शख्स अभी तक हजारों पशु-पक्षियों की जान बचा चुके हैं। 
1561540675 hindi poems on birds पक्षियों का हिन्दी कविताएँ
जिस तरह से बॉलीवुड की फिल्म में एक्टर अक्षय कुमार को पक्षियों के प्रति प्रेम दिखाया गया और उन्हें पक्षीराजन का नाम भी दिया गया। बिल्कुल उसी तरह से ही सामाजिक कार्यकर्मा डॉ. जगदीश मलिक जो कि रोहतक की भरत कॉलोनी में रहते हैं उन्हें भी पक्षीराजन की भूमिका के लिए जाना-जाने लगा है। डॉ.जगदीश साल 2007 से लेकर अभी तक चंडीगढ़,हरियाणा,यूपी और दिल्ली  में कई लावारिस पशु-पक्षियों का इलाज खुद से कर चुके हैं। 
1561540684 screenshot 14
लावारिस और पीडि़त पशुओं की सेवा करने के लिए उन्होंने पशु सेवा संघ का निर्माण किया है। जगदीश के इस नेक काम के लिए कई सामाजिक संगठन उन्हें सम्मानित भी कर चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि इनको जहां कहीं भी किसी पशु या फिर पक्षी की घायल होने की सूचना मिलती है तो वह मौके पर पहुंचकर उसका तुरंत इलाज कर देते हैं। डॉ. जगदीश ने बताया कि उन्होंने साल 2005 में वेटरनरी का डिप्लोमा किया था। वह अपने एक घर के कमरे में ही पशु और पक्षियों का इलाज करते हैं। 
1561540692 screenshot 15

पशु-पक्षी नाम से पुकारते ही आ जाते हैं

जगदीश मलिक ने रोहतक के अलावा भी भिवानी रोड,बहु अकबरपुर खरावड़ा,सनसिटी में तकरीबन दो हजार से ज्यादा लावारिस पशु,गाय,बैल,गधा,बंदर मोर,कबूतर,चिडिय़ा का इलाज किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पक्षियों और जानवरों को प्यारा सा नाम भी दिया है। जैसे सविता,बबीता,सोनू,मोनू,कालू आदि। 
1561540703 screenshot 16
वह किसी भी जानवर या पक्षी को नाम लेकर पुकारते हैं तो वह तभी उनके पास आ जाते हैं। वहीं ठीक होने के बाद पक्षियों को उड़ा दिया जाता है और वह जानवरों को अपने पास ही रख लेते हैं।  बता दें कि जगदीश मलिक ने पशु और पक्षियों की देखभाल के लिए एक वेटनरी सर्जन,पांच असिस्टेंट सर्जन के अलावा 10 अन्य सहायक और कर्मचारियों को रखा हुआ है। वह हर महीने सर्जन 30 हजार और बाकि सहायक को 12 से लेकर 20 हजार रुपए देते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × 5 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।