लॉकडाउन 3.0 पूरे देश में 17 मई तक लागू कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ शादी से लॉकडाउन 3.0 की शुरुआत भोपाल में हुई है। बता दें कि इस विवाह में दूल्हा और दुल्हन तो मौजूद थे लेकिन बैंड-बाजा और लंबी बारात नहीं थी। सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन इस शादी में नजर आया। इतना ही नहीं सेनेटाइजर से दूल्हे के परिवार का स्वागत किया गया। लेकिन एक चीज की कमी शादी में दिखाई दी यह कि पंडित जी ने मास्क पहना था जबकि दूल्हा-दुल्हन ने मास्क नहीं लगाया हुआ था।
बता दें कि भोपाल के बैरागढ़ इलाके के सुनील मूलचंदानी ने कोहेफिजा की सुमन मीरचंदानी के साथ शादी के बंधन में बंधे। दरअसल भोपाल में लॉकडाउन के दौरान पहली शादी यह दूल्हा बारात केवल 5 लोगों को लेकर आया। बिना बैंड-बाजे के यह शादी सम्पन्न हुई। इस शादी में वीडियो कॉल के माध्यम से दूल्हा-दुल्हन के परिवार वाले जुड़े और शादी में नेग लोगों ने पेटीएम के जरिए दिया।
लॉकडाउन के बीच भोपाल में यह शादी पहली थी और कोरोना के बचाव में जो सरकार ने गाइडलाइंस दी हैं उनका पूरा ख्याल रखा था। शादी में रस्में भी इसी दौरान की गयी। सोशल डिस्टेंस मेंटेंन बाराती-घराती ने किया हुआ था। इतना ही नहीं मास्क के पीछे से मंत्र पंडितजी ने पढ़े। मास्क पहनकर जयमाला वर-वधु ने एक-दूसरे को पहनाई और फेरे लिए।
उपहार दिए पेटीएम से
यह शादी भोपाल के बैरागढ़ में हुई, जहां 5 लोग दूल्हा पक्ष के थे और 10 लोग दुल्हन पक्ष के शामिल हुए। सोशल मीडिया के जरिये वर-वधु को दोनों के परिवार के बाकी सदस्यों ने आशीर्वाद दिया। मोबाइल पर पेटीएम से उपहार में राशि जो लोग शादी में शामिल नहीं हो पाए उन्होंने दिए।
बारातियों का स्वागत सेनेटाइजर से
शादी का स्वरूप ही कोरोना संकट में बदल चूका है। इस शादी में फूल और इत्र से नहीं सेनेटाइजर से बारातियों का स्वागत हुआ। सेनेटाइजर की बोतल बरातियों को दी गयी और साथ ही उनके हाथों को साफ कराया गया। डिनर भी शादी के बाद हुआ वो भी सोशल डिस्टेंस के साथ।
परमिशन लेनी कलेक्टर से होगी
लॉकडाउन के 46 दिन भोपाल में हो गए हैं। शादी की अनुमति लॉकडाउन में इसके पहले नहीं दी गयी थी। लेकिन शादी की परमिशन लॉकडाउन 3.0 सरकार ने दे दी। हालांकि शादी शामिल होने की अनुमति सीमित लोगों को दी है। कलेक्टर भोपाल से इस अनुमति के लिए परमिशन लेना होगी।