भारत में कामवालियों का जीवन बहुत कठिन होता है। किसी को प्रतिदिन भोजन मिल जाए तो बहुत है। हालाँकि, बड़े शहरों में अब इनकी माँग में बढ़ोतरी देखी जा रही है। जैसे-जैसे लोगों का शेड्यूल व्यस्त होता जा रहा है, वैसे वैसे इनकी आवश्यकता बढ़ती जा रही है। ऐसे में बड़े शहरों में इनकी सैलरी भी बहुत अच्छी होती है।
हालाँकि छोटे शहरों में स्थिति अभी भी बहुत बदतर है। एक महीने तक काम करने के बाद कई महिलाएं अपना पूरा वेतन पाने में झिझकती हैं। हालाँकि, आज हम जिस नौकरानी के बारे में बात करने जा रहे हैं उसकी लोगों के बीच काफी डिमांड देखी गई है।
क्या हैं ये पूरा मामला?
शायद दुनिया में सबसे अधिक मांग वाली नौकरानी एम्बर पेज है, जो अमेरिका के मैसाचुसेट्स में रहती है। एम्बर की सैलरी लगभग 82 लाख रुपये प्रति माह है। फिर भी, वह महीने में केवल आठ दिन ही काम पर आती है। मतलब कि प्रति सप्ताह सिर्फ दो दिन। इसके बावजूद एम्बर की मांग काफी ज्यादा है। अगर आप सोच रहे हैं कि शायद इस नौकरानी की बहुत अधिक मांग है, क्योंकि वह बहुत अच्छी तरह से सफाई करती है, तो रुकिए। एंबर की अनोखी कार्यशैली के कारण ही उन्हें इतनी ज्यादा सैलरी मिलती है।
सफाई से पहले उतर देती हैं कपडे
एम्बर अपना काम करने के लिए घरों में प्रवेश करने से पहले अपने कपड़े जरूर उतारती है। हाल ही में टॉपलेस आउटफिट में इस नौकरानी ने कबूल किया कि वह हफ्ते में सिर्फ दो दिन काम करती है और 82 लाख रुपये कमाती है। वह सप्ताह के बचे हुए दिनों में फुल टाइम नर्स के रूप में काम करती है। सप्ताह में दो दिन की छुट्टी के दौरान वह लोगों के घरों में झाड़ू-पोंछा करने जाती है। सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि एंबर के बॉयफ्रेंड को इस काम में कोई नुकसान नहीं आता हैं। इसमें वह एंबर का समर्थन करते हैं।
कैसे आया ये टॉपलेस मेड का ख्याल
एंबर ने लोगों को अपने टॉपलेस नौकरानी में तब्दील होने के बारे में बताया। उन्होंने दावा किया कि, कोविड के दुनिया में आने से पहले, उन्होंने अपनी खुद की क्लीनिंग बिजनेस की स्थापना की थी। सब कुछ सही से चल रहा था कि अचानक कोरोना के कारण उनका कारोबार ठप हो गया।
इस परिस्थिति में अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करने के लिए उसने खुद को एक टॉपलेस नौकरानी के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया। साथ ही, उनकी पसंद सही निकली। फिलहाल 23 साल की एंबर इस काम से लाखों कमाती हैं। उन्होंने दावा किया कि जब वह कुछ भी नहीं पहनकर सफाई करती हैं तो लोग बस उन्हें घूरकर देखते हैं। वे उसे केवल घूरने के बदले अच्छा-खासा भुगतान करते हैं। ऐसा करने में उन्हें कोई नुकसान नहीं लगता और न ही इस काम को वो गलत समझती हैं।