ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा किए गए ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक भारत कुल 180 देशों के भ्रष्टाचार सूचकांक में 80वें स्थान पर है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल एक स्वतंत्र संगठन है, जो वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार सूचकांक निर्धारित करता है।
सर्वेक्षण के अनुसार, भारत ने 2018 की तरह ही 2019 में भी 41 अंक प्राप्त किए हैं। भ्रष्टाचार के लिए निर्धारित सूचकांक 100 को सर्वश्रेष्ठ माना गया है, वहीं शून्य अत्यधिक भ्रष्ट देश को प्रदर्शित करता है।
पाकिस्तान में भ्रष्टाचार बीते साल पहले की तुलना में बढ़ा है और इस मामले में यह 180 देशों की सूची में 120वें स्थान पर आ गया है।
इस सूचकांक में चीन, घाना, बेनिन और मोरक्को को भी भारत जितने ही अंक मिले हैं। बांग्लादेश में भ्रष्टाचार बहुत बड़े पैमाने पर फैला हुआ है और वह इस सूची में महज 26 अंकों के साथ 146वें नंबर पर है।
विश्व स्तर पर डेनमार्क व न्यूजीलैंड 87 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहे। वहीं फिनलैंड (86), सिंगापुर (85), स्वीडन (85), स्विट्जरलैंड (85), नॉर्वे (84), नीदरलैंड (82), जर्मनी (80) और लक्समबर्ग (80) जैसे देशों का प्रदर्शन भी शानदार रहा।
कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और डेनमार्क सहित कई विकसित देशों ने पिछले वर्ष की तुलना में 2019 में कम स्कोर किया है। कई देशों ने रैंक में भी गिरावट दर्ज की है, क्योंकि उनका स्कोर समान रहा। 2019 में भारत का स्थान दो पायदान गिरा है।