पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर से उथल- पुथल देखने को मिल रहा है, जहां एक तरफ इमरान खान की गिरफ्तारी की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ यहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कुर्सी भी खतरें में आ गई है। दरअसल पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के बदले जाने की वजह राजनीतिक उथल-पुथल नहीं, बल्कि देश में होने वाले आम चुनाव हैं।
2024 के जनवरी या फरवरी से पहले चुनाव कराने की गुंजाइश
अभी पाकिस्ता के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सत्ता में आए हुए एक साल भी नहीं हुए कि अब इस में इन दिनों नेशनल असेंबली को भंग करने की तैयारी चल रही है, ताकि कार्यवाहक प्रधानमंत्री को सत्ता सौंप दी जाए और चुनाव करवाए जाएं। मगर, अभी चुनाव की सटीक तारीख भी तय नहीं हो पाई है। हालांकि, कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने रविवार को ही बताया था कि 2023 की डिजिटल जनगणना के आधार पर 2024 के जनवरी या फरवरी से पहले चुनाव कराने की गुंजाइश नजर नहीं आ रही है।
9 अगस्त को नेशनल असेंबली भंग कर दी जाएगी
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ऐलान कर चुके हैं कि 9 अगस्त को नेशनल असेंबली भंग कर दी जाएगी. इसके तीन बाद ही निचली सदन का कार्यकाल समाप्त भी हो रहा है. मौजूदा कार्यकाल 12 अगस्त को खत्म होगा. इसके बाद 60 दिनों के भीतर चुनाव कराने होंगे. संविधान के मुताबिक, अगर संसद अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले भंग हो जाती है तो चुनाव 90 दिनों के भीतर होने चाहिए। और अगर नेशनल असेंबली भंग होता है तो शहबाज शरीफ देश के पीएम नहीं रहेंगे. इसके बाद उनका अगला मिशन आम चुनाव जीतना होगा. यही वजह है कि वह पद छोड़ते ही चुनाव की तैयारी में जुट जाएंगे। जेल जाने के बाद भी जिस तरह से इमरान खान की लोकप्रियता बढ़ रही है, उसकी काट ढूंढना ही शहबाज का सबसे बड़ा सिरदर्द होने वाला है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का बयान
वहीं, नेशनल असेंबली के भंग होने से पहले ही गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान खान की पार्टी के नेता और पूर्व वित्त मंत्री हाफिज शेख भी कार्यवाहक प्रधानमंत्री बन सकते हैं। कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाने के लिए जो लिस्ट तैयार की गई है, उसमें उनका भी नाम शामिल है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि एक रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जज का नाम भी रेस में नजर आ रहा है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और पूर्व पंजाब गवर्नर मकदूम अहमद महमूद भी कार्यवाहक पीएम बनने की रेस में हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी, अहमद महमूद और हाफिज शेख इस लिस्ट में सबसे आगे हैं। असलम भूटानी और फवाद हसन फवाद को भी प्रधानमंत्री पद की रेस में रखा गया है. कार्यवाहक पीएम के लिए नाम का ऐलान 8 या 9 अगस्त को किया जा सकता है।