श्रीलंका में एक प्रदर्शन मार्च के दौरान पुलिस के बलप्रयोग से घायल हुए विपक्षी पार्टी के सांसद ने दम तोड़ दिया है, जो आगामी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने वाले थे। श्रीलंका की पुलिस ने स्थानीय निकाय चुनाव के आयोजन में देरी के विरोध में यहां रविवार को नेशनल पीपुल्स पार्टी द्वारा आयोजित प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों को भागाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे और पानी की बौछारें की थीं। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से घोषणा की थी कि नौ मार्च को योजना के अनुसार स्थानीय निकाय चुनाव नहीं होंगे और तीन मार्च को चुनाव की नई तारीख अधिसूचित की जाएगी।
मौत के पीछे राष्ट्रपति को बताया जिम्मेदार
एनपीपी के महासचिव तिलविन सिल्वा के अनुसार निमल अमरासिरी (61) निविथिगला प्रादेशिय सभा (श्रीलंका में दक्षिण पश्चिम क्षेत्र) से चुनाव लड़ने वाले थे। सिल्वा ने संवाददाताओं से कहा, वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए दो लोगों में से एक थे। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और उनकी सरकार को निश्चित रूप से उनकी मौत की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
पुलिस बलों की कार्रवाई में कई नेता हुए घायल
सिल्वा ने कहा कि प्रदर्शन में शामिल हुए अन्य 28 एनपीपी सांसदों को पुलिस हमले के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार को एनपीपी सांसदों ने बैनरों के साथ प्रदर्शन किया था, जिस पर लिखा था, चुनाव नहीं कराकर लोकतंत्र को खत्म करने के सरकार के कायराना प्रयास को विफल करें ।
पुलिस को कोर्ट से मिले थे निर्देश
पुलिस को कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट से आदेश प्राप्त हुआ था, जिसमें एनपीपी नेता अनुरा कुमारा दिसानायका सहित 26 लोगों को रविवार रात आठ बजे तक राष्ट्रपति कार्यालय और राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्रों में प्रवेश करने की मनाही थी।