लुधियाना : पंजाब के महानगर लुधियाना में एक ही परिवार से संबंधित 3 कोरोना पीडि़त सदस्यों ने नामुरीद कोविड-19 को हराकर मात दी है। जबकि कोरोना संक्रमण ने सोमवार को एक और जान ले ली। आज सुबह जालंधर के गांव कबूलपुर जंडू सिंघा के 91 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। लुधियाना के सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि रविवार को ही उसे सीएमसी में भर्ती करवाया गया था। राज्य में यह कोरोना संक्रमण से होने वाली 32वीं मौत है।
पिछले दिनों लुधियाना की घनी आबादी क्षेत्र सब्जी मंडी में डयूटी निभाते जिला मंडी ऑफिसर 57 वर्षीय जसबीर कौर 17 अप्रैल को कोरोना वायरस की चपेट में आई थी, ने आज स्वस्थ होकर अस्पताल से छुटटी पाई है। जबकि डयूटी पर तैनात लुधियाना के एसीपी अनिल कोहली कोरोना की मार के अंतर्गत जिंदगी हार गए थे। जसबीर कौर के संपर्क में आने के कारण 24 अप्रैल को उनकी बीडीपीओ 35 वर्षीय बेटी नवदीप कौर जोकि ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग में उच्च अधिकारी के पद पर तैनात है भी कोरोना ग्रस्त हो गई थी और आगे बीडीपीओ के पति फूड इंस्पेक्टर प्रभजोत सिंह भी 26 अप्रैल कोरोना का शिकार हो गया था। तत्पश्चात तीनों सदस्यों को सिविल अस्पताल लुधियाना में इलाज हेतु दाखिल करवाया गया, जहां तीनों ने एक साथ कोरोना महामारी को हराया। तीनों पारिवारिक सदस्यों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें अस्पताल से छुटटी दी है। मंगलवार दोपहर तीनों को सिविल स्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। तीनों ने जब एक साथ कोविड आइसोलेशन सेंटर के बाहर कदम रखा तो एसएमओ डॉ. गीता, डॉ. माला, डॉ. हतिंदर कौर, डॉ. हरप्रीत सिंह सहित अन्य चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ ने तालियों के साथ स्वागत किया।
एसएमओ डॉ. गीता ने कोरोना से जंग जीतने पर डीएमओ, बीडीपीओ व फूड इंस्पेक्टर को बधाई दी। इसके साथ ही कहा कि वह अब दूसरों को भी कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक करें। इस दौरान डीएमओ, बीडीपीओ और फूड इंस्पेक्टर काफी खुश दिखे। सभी ने अस्पताल के डाक्टरों और स्टाफ का आभार जताया।
सुनीलराय कामरेड