लुधियाना-फिल्लौर : पंजाब के दोआबा और मालवा के बीचो-बीच बहते सतलुज दरिया के पास कस्बा फिल्लौर में शनिवार को पुलिस ने एक संदिग्ध को पकड़ा है, जो थूक लगाकर भारतीय करंसी नोट सडक़ पर फेंक रहा था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां के अंबेदकर चौक के नजदीक पुलिस द्वारा दबोचे गए शख्स की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले नौजवान के रूप में हुई है और यह नौजवान एक स्थानीय ठेकेदार के यहां काम करता है और उससे 10-10,20-20, 50 और 100 के नोट भी मिले है, जिसे सडक़ पर फेंका गया था। पुलिस ने उस युवक को काबू किया और उसे कोरोना टैस्ट करवाने के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भेज दिया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।
इसी संबंध में बताया जा रहा है कि किसी सिक्योरिटी गार्ड के शख्स ने इसे सडक़ पर नोट फेंकते देखा तो नाके पर तैनात पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एम्बूलेस द्वारा बुलवाकर फिलहाल नौजवान को पीपीई किट पहनाकर जांच के लिए भेज दिया है और अब टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह संदिग्ध व्यक्ति उत्तर प्रदेश के सोनभद्र का रहने वाला बताया जा रहा है, जो यहां फिल्लौर में एक फैक्ट्री में काम करता है।
दरअसल, बीते सप्ताहभर में जालंधर शहर के कुछ इलाकों में सडक़ पर नोट फेंके जाने के तीन मामले सामने आ चुके हैं। दो बार नोट तो एक बार सिक्के गिराए जाने की घटनाएं शहर में घटी। सूचना के बाद पुलिस ने इन पैसों को सैनिटाइज कराने के बाद कब्जे में लेते हुए पड़ताल शुरू कर दी थी, लेकिन ऐसी घटनाओं के चलते लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो चुका है। सोशल मीडिया पर भी इन नोट के वीडियो काफी वायरल हुए थे, जिसके बाद प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की थी।
– सुनीलराय कामरेड