यूक्रेन पर रूस के हमले को देखते हुए दुनियाभर के कई देशों ने प्रतिबंधों का दौर शुरू कर दिया है। इस दौरान तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं। जंग के बीच रूसी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। दरअसल, रूस ने 36 देशों से उड़ानों को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है। यह प्रतिबंध ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों से आने वाली उड़ानों पर लागू होगा। देश के विमानन प्राधिकरण ने इसकी जानकारी दी है।
रूस का यह फैसला तब आया है जब यूरोपीय संघ ने रूसी विमानन कंपनियों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने का फैसला किया है। इसी बीच, रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने यूरोपीय संघ के हवाई क्षेत्र प्रतिबंध के कारण जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की यात्रा रद्द कर दी है। यह जनकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने रूसी मिशन के हवाले से दी है।
रूस का यह फैसला तब आया है जब यूरोपीय संघ ने रूसी विमानन कंपनियों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने का फैसला किया है। इसी बीच, रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने यूरोपीय संघ के हवाई क्षेत्र प्रतिबंध के कारण जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की यात्रा रद्द कर दी है। यह जनकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने रूसी मिशन के हवाले से दी है।
27 देशों के उनके संगठन ने रूसी विमानन कंपनियों
इससे पहले रविवार को यूरोपीय संघ की मुख्य कार्यकारी ने कहा कि 27 देशों के उनके संगठन ने रूसी विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने और यूक्रेन को हथियार की आपूर्ति के लिए कोष उपलब्ध कराने का फैसला किया था। इसके साथ ही यूक्रेन पर रूसी हमले के विरोध में क्रेमलिन के कुछ मीडिया आउटलेट पर भी रोक लगाने का फैसला लिया जा रहा है।
यूक्रेन को मदद दे रहे है ये देश
बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले ने दुनिया को दो धड़ों में बांटकर रख दिया है। एक तरफ भारत जैसा देश तटस्थ रहने की कोशिश में है तो वहीं चीन और पाकिस्तान ने भी दूरी बना रखी है। इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे पश्चिमी और यूरोपीय देश खुलकर रूस के सामने आ गए हैं। इनमें से कई देशों ने यूक्रेन को सैन्य हथियार मुहैया कराने से लेकर अन्य मदद देने की बात कही है। नाटो चीफ ने सोमवार को यूक्रेन को ऐंटी-टैंक हथियार और मिसाइलें देने का ऐलान किया। अब तक कुल 21 देशों की ओर से यूक्रेन की ओर से मदद का ऐलान किया गया है।
इससे पहले रविवार को यूरोपीय संघ की मुख्य कार्यकारी ने कहा कि 27 देशों के उनके संगठन ने रूसी विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने और यूक्रेन को हथियार की आपूर्ति के लिए कोष उपलब्ध कराने का फैसला किया था। इसके साथ ही यूक्रेन पर रूसी हमले के विरोध में क्रेमलिन के कुछ मीडिया आउटलेट पर भी रोक लगाने का फैसला लिया जा रहा है।
यूक्रेन को मदद दे रहे है ये देश
बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले ने दुनिया को दो धड़ों में बांटकर रख दिया है। एक तरफ भारत जैसा देश तटस्थ रहने की कोशिश में है तो वहीं चीन और पाकिस्तान ने भी दूरी बना रखी है। इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे पश्चिमी और यूरोपीय देश खुलकर रूस के सामने आ गए हैं। इनमें से कई देशों ने यूक्रेन को सैन्य हथियार मुहैया कराने से लेकर अन्य मदद देने की बात कही है। नाटो चीफ ने सोमवार को यूक्रेन को ऐंटी-टैंक हथियार और मिसाइलें देने का ऐलान किया। अब तक कुल 21 देशों की ओर से यूक्रेन की ओर से मदद का ऐलान किया गया है।