अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में धमाके की खबर है। बताया जा रहा है कि धमाका नंगरहार प्रांत की एक मस्जिद में नमाज के दौरान हुआ। इस धमाके में स्थानीय मौलवी समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए। इस घटना में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। स्थानीय निवासियों ने इसकी जानकारी दी है। इलाके के एक व्यक्ति अटल शिनवारी ने बताया कि ये धमाका स्थानीय समय के मुताबिक 1.30 बजे हुआ। इस दौरान मस्जिद के भीतर रखे हुए बम में अचानक ही विस्फोट हो गया। एक अन्य निवासी ने भी इसी तरह की जानकारी दी।
वहीं, एक तालिबान अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी से हमले की पुष्टि कर दी है। तालिबान अधिकारी ने कहा, अफगानिस्तान के अशांत नंगरहार प्रांत की एक मस्जिद में शुक्रवार को हुए विस्फोट में कई लोग मारे गए और घायल हुए। अधिकारी ने कहा, स्पिन घर जिले की एक मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुए विस्फोट की पुष्टि की जाती है। इस हमले में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है और कई लोग घायल भी हुए हैं। हाल के दिनों में अफगानिस्तान में कई हमलों को अंजाम दिया गया है। इन हमलों के पीछे इस्लामिक स्टेट का हाथ रहा है।
काबुल के अस्पताल के बाहर हुआ विस्फोट
इससे पहले, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक सैन्य अस्पताल के सामने नागरिकों को निशाना बनाकर मंगलवार को बम विस्फोट किया गया। तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि काबुल में सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के बाहर नागरिकों को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया। इस हमले में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग घायल हो गए। ये धमाका सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल के एंट्री गेट पर हुआ। अस्पताल के बाहर इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने गोलीबारी भी की थी। हालांकि, इन लड़ाकों को 15 मिनट के भीतर ही ढेर कर दिया गया।
अक्टूबर में किया शिया मस्जिद में धमाका
वहीं, उत्तरी अफगानिस्तान में शिया मुस्लिम नमाजियों से भरी एक मस्जिद में आठ अक्टूबर को हुए विस्फोट में कम से कम 46 लोग मारे गये और दर्जनों अन्य घायल हो गये. आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने मस्जिद में हुए बम धमाके की जिम्मेदारी ली और कहा कि उसके आत्मघाती हमलावर ने घटना अंजाम दिया। आईएस से जुड़ी अमाक समाचार एजेंसी ने कुंदुज प्रांत में मजिस्द में दोपहर की नमाज के दौरान हुए विस्फोट की घटना के कुछ घंटे बाद इस दावे की जानकारी दी। अपने दावे में आईएस ने आत्मघाती हमलावर की पहचान एक उइगर मुस्लिम के तौर पर की और कहा कि हमले में शियाओं और तालिबान दोनों को निशाना बनाया गया।